निघासन-खीरी। लुधौरी से आधा दर्जन गांवों को जोड़ने वाली मेंन रोड की हालत बारिश में ही देखने को मिलती है सांसद के प्रयासों से सीजन शुरू होने से पूर्व ही पीडब्लूडी ने इस रोड की मरम्मत तो करा दी पर पंचायत के जिम्मेदार ने रोड के इधर उधर नालियों को बनाना भी मुनासिब नही समझा जिस वजह से आये दिन जरा सी बारिश में रास्ते का हाल खस्ताहाल हो जाता है ।ग्राम प्रधान द्वारा सैकड़ो विकास कार्यो कि पोल खोल कर इस रोड ने रख दी मेन रोड पर ही प्रधान नालियों का निर्माण कराने में असफल है। लुधौरी गांव के भीतर से जाने वाले रास्ते पर कीचड़ के साथ भरा हुआ पानी लोगों को खल रहा है ।इस रास्ते पर सुबह सुबह स्कूल जाते हुए छात्र छात्राएं रोजाना इस तालाब को पार करके स्कूलों तक पहुँचते है ।जिनके लिए यह परेशानियों का सबब बना हुआ है। इसी रास्ते के आस पास दुकानदारो की मानो आदत सी पड़ गई है कई दुकानदार व ग्रामीण इस समस्या की शिकायत ब्लॉक के अधिकारी और ग्राम प्रधान से कर चुके है पर अभी तक कोई भी हल नही निकला है। इसी रोड के किनारे दुकान किए किराना दुकानदार देशराज सिंह कहते है कि हम लोग सालो से दुकानदारी करते आ रहे है कई साल गुजर गए है धंधा करते हुए पर इस रास्ते को जब देखता हूँ तो सोचता हूँ कि इसकी हालत जैसी की तैसी ही है।कई बार यह सड़क भी उखड़ चुकी और बन भी चुकी पर गंदे पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है ।
डॉक्टर सुशील बताते है कि सबसे ज्यादा परेशानी उन छात्र छात्राओं को होती है जो नन्हे मुन्हे बच्चे साइकिल से इस गंदे पानी को पार करके निघासन के स्कूलों तक पहुचते है ।सेक्रेटरी शिवप्रकाश दुबे के समय में हम लोगों ने नाली बनवाने के लिए भरपूर प्रयास किए तब से दो साल बीत चुके है और कोई भी हल नही निकला ।उमेश गुप्ता का मानना है जब कोई बड़े वाहन या कार आदि इस रास्ते से गुजरती है तो कई बार देखा गया राहगीरों से लेकर दुकानदारों के कपड़े तक इस गंदे पानी की चपेट में आ जाते है और जरा सी बारिश में सारा पानी एकत्रित होकर यही पर जम जाता है जिससे हर इंसान को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
क्या बोले जिम्मेदार
हम लोगों के खाते लगभग सात महीने से बंद है एक महीने बाद खाते पुनः संचालित हो जाएंगे । जहां पर जलभराव होता है उसके 30 मीटर आगे तक नाली बनी हुई है ।खाते संचालित होने के बाद नाली निर्माण कराया जाएगा जिससे जलभराव वाली दिक्कत समाप्त हो जाएगी ।
- स्वाति लोधी
ग्राम्य विकास अधिकारी
निघासन खीरी
निघासन से राजू गिरि की रिपोर्ट
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