मोहम्मदी-खीरी। कस्बा जंगबहादुरगंज के अन्दर से परिवहन निगम की बसों के न
निकलने व चालकों की मनमानी से क्षेत्रीय आम जनता को भारी मुश्किलों का सामना करना
पड रहा है। बताते चलें कि जंगबहादुरगंज मे वाईपास बनने से रोडवेज की बहुतसी बसे
कस्बे के अन्दर न आकर वाईपास से ही निकल जाती हैं जिससे आने जाने वाले लोगों को
परिवहन निगम की बसों के चालक कहीं भी वाईपास रोड पर ही उतारकर चलते बनते है।
कस्बा जंगबहादुरगंज निवासी छात्र प्रशांत गुप्ता गुरुवार को लखनऊ से अपने
घर आ रहे थे। हापुड़ डिपों के चालक ने रात करीब दस बजे उदयपुर गांव के सामने सुनसान
स्थान पर उतार दिया जहाँ से प्रशांत रात के अन्धकार मे पैदल जंगबहादुरगंज तक आना
पडा। प्रशांत ने बताया कि ऐसे मे सुनसान जगह पर किसी अनहोनी हो सकती थी। इसके पहले
भी लखनऊ से आते समय कस्बा के रमेश भाई को चालक ने बरखेरिया जाट गाँव के पहले उतार
था।
इसके अलावा बिकलांग आंशू देवी को जंगबहादुरगंज मे न उतारकर उचैलिया उतारा
था। रात्रि में वाईपास के सुनसान ईलाके मे जहाँ कभी भी लूट आदि की घटना हो सकती
हैं। यहा पहले भी कई लूट आदि की वारदाते हो भी चुकी है जबकि इस संदर्भ में कस्बा
निवासी दिवाकर गुप्ता सहित दर्जनों लोग एक प्रार्थना पत्र शासन व प्रशासन को भी
भेजा चुके है। इसके बावजूद अभी तक कोई भी सुधार नहीं देखने को नही मिला है।
मोहम्मदी से हरविन्दर सिंह की रिपोर्ट
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