बेलरायां-खीरी। क्षेत्र के मोतीपुर मे शौच को गए ग्रामीण पर मगरमच्छ ने
हमला कर दिया। शोर की आवाज सुनकर इकट्ठा हुए अन्य ग्रामीणों ने काफी जद्दोजहद के
बाद मगरमच्छ से ग्रामीण को छुड़ाया तब तक मगरमच्छ ने ग्रामीण का पैर गम्भीर रूप से
घायल कर दिया। ग्रामीणों ने घायल ग्रामीण को आनन फानन मे निजी चिकित्सक को दिखाया
जहां उसका उपचार किया गया।
सिंगाही थाना क्षेत्र के मोतीपुर गांव में उस वक्त हड़कम मच गया जब लोगों
को मालूम हुआ कि गांव के एक व्यक्ति को मगरमच्छ जौरहा नदी में खींच ले गया। देखते
ही देखते जौरहा नदी के किनारे सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मोतीपुर गांव के
रामगोपाल ने बताया कि वह गांव के किनारे बह रही जौरहा नदी पर शौच के लिए गया था।
शौच के लिए नदी के किनारे जाते ही पानी मे मौजूद मगरमच्छ ने उस पर हमला कर
पैर पकड़कर नदी में खींच ले गया। हड़बड़ाए रामगोपाल ने शोर मचाने के साथ ही हिम्मत से
काम लेते हुए मगरमच्छ से अपना पैर छुड़ाने की कोशिश करने लगा। नदी में पानी कम होने
की वजह वो मगरमच्छ से पैर छुड़ाने की कोशिश करता रहा।
इतने में आवाज सुनकर सड़क पर जा रहे राहगीरों सँग अन्य ग्रामीण इकट्ठा हो
गए और सब लोगों ने मिलकर काफी जद्दोजहद के बाद रामगोपाल को मगरमच्छ से छुड़ाया।
मगरमच्छ के हमले से रामगोपाल का पैर गम्भीर रूप से घायल हो गया। रामगोपाल के पैर
और हाँथ में चिकित्सक ने छः टाँके लगाये।
इस सम्बंध में जानकारी लेने पर क्षेत्रीय वनाधिकारी दुधवा टाइगर रिजर्व
बफरजोन उत्तर खींरी निघांसन एमएन सिंह ने बताया कि जौरहा नदी अति संवेदनशील है
इसमें मगरमच्छों का वास है। उन्होने ग्रामीणों को नदी से दूर रहने को कहा है। इसके
बावजूद अगर कोई ग्रामीण मगरमच्छ के हमले में घायल होता है तो विभाग को सूचित कर
मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर जांच कराकर विभाग की तरफ से मुआवजा दिलाया जाएगा।
बेलरायां से शकील अहमद की रिपोर्ट
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