जागरुकता शिविर मे बताए जा रहे स्वास्थ्य बेहतर करने के उपाय





ईसानगर-खीरी। वर्तमान समय मे एलोपैथिक दवाओं के दुष्प्रभाव से निजात पाने और आधुनिक युग मे स्वास्थ्य रक्षा के लिए प्रत्येक व्यक्ति सुलभ सस्ता और दुष्प्रभाव हीन चिकित्सा की खोज में होमियोपैथिक एलोपैथिक बैद्यगिरी आदि सभी प्रयास करके थक चुका था।

तब तक आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आम जनता की समस्याओं के मद्देनजर बेहतर स्वास्थ्य के लिए यूनानी चिकित्सापद्धति का प्रचार प्रसार किया गया और सी एच सी खमरिया की यूनानी चिकित्सको की टीम के अथक प्रयासों से लोगो मे बढ़ी जागरूकता आज रंग ला चुकी है। आज प्रत्येक जागरूक व्यक्ति यूनानी चिकित्सा से स्वास्थ्य लाभ ले रहा है जिससे यूनानी चिकित्सको के पास मरीजो की भारी भीड़ देखने को मिल रही है और यूनानी चिकित्सा खमरिया क्षेत्र में अपने पैर जमा चुकी है।

गौरतलब है मशीनीकरण के युग मे विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों के कारण दूषित हो रहे वातावरण में वर्तमान समय ने अधिकांश  पुरुषों महिलाओ और बच्चों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों की गिरफ्त में ले लिया है जिसके कारण एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति से इलाज के दौरान भारी मात्रा में दवाओं का उपयोग करना पड़ रहा है। जिसके कारण दवाओं के दुष्प्रभाव से मरीजो को एक समस्या से छुटकारा पाने के प्रयास में कई अन्य समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।

उक्त समस्याओ के मद्देनजर भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा आम जनता को राहत दिलाने और सुरक्षित चिकित्सा देने  के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम एन पी सी डी सी एस के तहत निशुल्क चिकित्सा उपलब्ध करवाई जा रही है। जिसके तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाखुन में जागरूकता शिविरों के आयोजन किये जा रहे है और साथ ही साथ योगासनों के जरिए मरीजों को स्वास्थ्य बेहतर करने के उपाय बताए जा रहे है।

ईसानगर से एकलव्य पाठक की रिपोर्ट

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