ईसानगर-खीरी। कोतवाली क्षेत्र धौरहरा में बीते बुधवार को पैसों के अभाव
में इलाज के दौरान हुई किसान की मौत के बाद परिजनों ने गन्ना समिति ऐरा के गेट पर
एक दिवसीय धरना दिया और सचिव के माध्यम से गन्ना आयुक्त को ज्ञापन देकर किसान के
परिवार को आर्थिक मुवावजे की मांग करते हुए धरना समाप्त कर दिया। इस दौरान बड़ी बड़ी
बातें करने वाले जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने कोई तवज्जों नहीं दिया।
बीते बुधवार को तहसील धौरहरा क्षेत्र के ग्राम गुलरिया निवासी किसान
मेंहदी अली की लखनऊ ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद परिवार ने आरोप
लगाया था कि गोबिन्द शुगर मिल ऐरा द्वारा उसके गन्ने का भुगतान नहीं किया गया
जिससे पैसों के अभाव में सही से इलाज न हो पाने कारण मेहंदी अली की मौत हो गई।
मामले की जानकारी होने के बाद प्रदेश स्तर तक इसकी आवाज पहुँची पर किसी भी
जिम्मेदार ने उक्त किसान को मदद की बात तो
दूर हाल तक नही पूछा। आहत किसान के परिवार के लगभग एक दर्जन सदस्यों ने मिल
प्रशासन के खिलाफ आज विरोध करते हुए गन्ना समिति ऐरा के गेट पर बैठकर एक दिवसीय
धरना देते हुए सचिव त्रिभुवन नाथ यादव के माध्यम से गन्ना आयुक्त के नाम ज्ञापन
देते हुए मांग की कि किसानों का गन्ना अवशेष भुगतान जल्द से जल्द करवाये जिससे
अन्य कोई किसान मेहंदी अली जैसी स्थिति में न पहुँच सके।
इसके साथ साथ मृतक किसान के परिवार के जीविका के लिए उसके गन्ने के भुगतान
व आर्थिक मुवावजा दिलाये जाने की भी मांग करते हुए धरने को समाप्त कर दिया। इस
दौरान किसी भी जिम्मेदार ने किसान के परिवार की मद्दत व सांत्वना देने के लिए आगे
नहीं आया। इस दौरान धरने पर बैठे किसान के परिवार की जब सुनने वाला कोई नहीं आया
तो मायूस होकर धरना समाप्त करते हुए अपने गंतब्य को चले गये।
धरने में मुख्य रूप से मृतक किसान के भाई बाबू सहित रोज अली, मुश्ताक,
शकील खां, जाहिद, मुजाहिद, ललित, साकिर, शरीफ, मेराज जाबिर, मो0 अयूब, सगीर अहमद
आदि लोग शमिल रहे।
क्या कहते है अधिकारी
इस मामले के बाबत उपजिलाधिकारी घनश्याम त्रिपाठी ने बताया कि तहसीलदार को
आदेशित किया गया है कि जांच के बाद उक्त किसान के परिवार को आर्थिक मदद दिलवाए।
वहीं मिल प्रबन्धक आलोक सक्सेना ने बताया कि उक्त किसान का दो चरणों मे 15000 व
8000 रुपये का भुगतान कर दिया गया है अवशेष भुगतान जल्द से जल्द कर दिया जायेगा।
ईसानगर से एकलव्य पाठक की रिपोर्ट
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