शान के चक्कर मे मातम मे बदल जाती है खुशियां




मोहम्मदी-खीरी। शासन प्रशासन ने शादी समारोह में हथियार ले जाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद भी शादियों में हथियारों को अपने साथ ले जाना और वहां हर्ष फायरिंग करना लोग अपनी शान समझते हैं। किन्तु उन पर प्रशासन का कोई असर नही पड रहा है।

वहीं क्षेत्र में लोग अन्य किसी वस्तु से ज्यादा हथियारों से प्रेम करते हैं। शादी समारोह में अक्सर लोग हथियारों के साथ पहुंचते हैं, तथा वहां पर लगे पण्डालों में गाने बाजों व ढोल नगाढों के साथ नशें में धुत होकर हथियार लहराते हुए नाचते नजर आते है, और मौके पर बेधडक हवाई फायर करना अपनी शान समझते हैं।

अपनी इस शान मे वह भूल जातें हैं कि समारोह में उनके द्वारा किये जा रहे हर्ष फायर से किसी की जान भी जा सकती है। अक्सर शादी समारोह में अपने साथ हथियार लेकर आने वाले लोगों द्वारा आसमान व पर्दे पर हर्ष फायरिंग से समारोह में शामिल लोगों की जान भी जा सकती है। इसका अंदाजा उन वेफिक्र असलहे धारियों को नही हैं।

सैकडों लाइसेंसधारी अपना झूठा दबदबा दिखाने के लिए खुशी के मौकों पर ताबडतोड गोलियां चलाकर लोगों की जिन्दगी के साथ खिलवाड करते हैं। कुल मिलाकर शासन की ढिलाई व मूक बधिर रवैये के चलते इन असलहे धारियों के हौसले बुलन्द हैं।

उल्लेखनीय है कि 29 अप्रैल की रात को लखीमपुर खीरी के नीमगांव में जिला सीतापुर के ग्राम हाजीपुर सें आई एक बारात में किसी व्यक्ति द्वारा हर्ष फायरिंग से दूल्हे की मौत हो गयी। 

मोहम्मदी से हरविन्दर सिंह की रिपोर्ट

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