सिंगाही-खीरी। थाना क्षेत्र निघासन के गजियापुर में बीती 11 फरवरी को गाय
का शिकार करने के बाद सिंगाही क्षेत्र के महदेवा टांडा और नौरंगाबाद में चार दिन
तक डेरा जमाने वाली बाघिन ने शुक्रवार रात अपना ठिकाना व रेंज बदल दिया। बाघिन के
नौरंगाबाद से दो किमी की दूरी पर स्थित फरदहिया होकर रामसागर झील की ओर जाने के
पगमार्ग मिले हैं।
निघासन थाना क्षेत्र के गजियापुर में गजियापुर में गाय का शिकार कर आबादी
क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने वाली बाघिन ने शुक्रवार रात नौरंगाबाद से अपना
ठिकाना बदल दिया। गौरतलब है कि गजियापुर से चली बाघिन 13 फरवरी को दोपहर करीब दो
बजे महदेवा टांडा पहुंची थी यहां उसने रंजीत के बैल को मारने का असफल प्रयास किया।
इसके बाद तीन दिन नौरंगाबाद में एक गन्ने के खेत में बैठी रही।
तीसरे दिन शुक्रवार को दिन में हलचल न मिलने पर बेलरायां के रेंज अधिकारी
एम एन सिंह ने जेसीबी मंगाकर गन्ना खंगाला तो बाघिन शिकार के पास ही बैठी मिली।
करीब एक घंटे तक चले आपरेशन के बाद वह पास के दूसरे खेत में चली गई थी। ग्रामीणों
के अनुसार वन कर्मियों और पुलिस जाने के बाद बाघिन कुछ देर बाद ही रोड पर देखी गई।
रात के समय बाघिन ने अपना ठिकाना छोड़ दिया और नौरंगाबाद गांव के पूरब से होकर
दक्षिण की ओर बसे फरदहिया गांव पहुंची यहां बीच गांव होकर पश्चिम छोर पर स्थित
रामसागर झील पहुंची।
झील तक पहुंचने के पगमार्ग वन कर्मियों को मिले हैं। ठिकाना बदलने के साथ
ही बाघिन अब दक्षिण खीरी की निघासन रेंज में पहुंच गई है। इसकी सूचना मिलते ही
दक्षिण निघासन के रेंज अधिकारी पलटूराम रेंज की टीम के साथ फरदहिया पहुंचे और
बाघिन के पगमार्ग देखे।
रेंज अधिकारी पगमार्ग देखकर लौटे ही थे कि इसी बाघिन के घोसियाना के पूरब
ठाकुर पुरवा के पास देखी गई। इसकी खबर मिलते ही निघासन रेंज टीम और पुलिस मौके पर
पहुंच गई। गांव के लोगों से शांति बनाए रखने को कहा है।
सिंगाही से मसरुर खान की रिपोर्ट
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