बेलरायां-खीरी। सरजू सहकारी चीनी मिल कॉलोनी जाने वाला मार्ग जर्जर होने
के कारण मिल में संचालित सरजू सरस्वती शिशु व विद्या मंदिर स्कूल के छात्र
प्रतिदिन चोटिल हो रहे है जिससे अभिभावकों में मिल प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश
व्याप्त है। अभिभावकों व अध्यापकों तथा कालोनी में रहने वाले कर्मचारियों ने मिल
प्रशासन से सड़क बनवाने की मांग की है।
चिराग के नीचे अंधेरे वाली कहावत सरजू सहकारी चीनी मिल के प्रशासनिक
अधिकारियों ने सही साबित करके दिखा दी है। कालोनी जाने वाला मार्ग इतना जर्जर हो
चुका है कि पैदल, साइकिल, मोटरसाइकिल से चलना मुश्किल हो रहा है। सड़क में गड्ढे और
गड्ढों में पड़े मोटे-मोटे पत्थर जानलेवा मुसीबत बने हुए है।
खास बात ये है कि मिल प्रशासन सबकुछ जानकर भी अनजान बना हुआ है। हैरत की
बात तो ये है कि इसी मार्ग से प्रतिदिन हजारों लोगों का गुजरना होता है और
प्रतिदिन कोई न कोई सड़क पर चलने के दरमियान गिर कर घायल होता है चाहे वो मिल का
कर्मचारी हो या बाइक से जा रहा कोई अधिकारी या स्कूल जा रहा कोई छात्र हो।
चैकानें वाली बात तो ये है कि मिल के अतिथिग्रह को जाने वाला मार्ग भी यही
है और आये दिन प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का आवागमन
होता है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना
हुआ है। सरजू सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधाचार्या राजेन्द्र देव त्रिर्पाठी ने
बताया कि कई बार मिल के प्रधान प्रबन्धक से सड़क बनवाने की बात कही सड़क खराब होने
से आये दिन स्कूल के बच्चे चोटिल होते हैं।
सरजू सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के प्रधानाचार्य रामेश्वर प्रसाद मिश्र ने
बताया कि सड़क में गड्ढे और पत्थर टूटे हुए पड़े है जिनमें स्कूल के बच्चे आये दिन
गिरकर घायल हो जाते जूते ड्रेस खराब हो रही है सड़क बनाने की मांग मिल के
प्रधानप्रबन्धक से कई बार की जा चुकी। मिल के प्रधानप्रबन्धक लालता प्रसाद सोनकर
ने बताया कि पिछले सत्र के बजट में सड़क बनाने का प्रस्ताव रक्खा गया था लेकिन बजट
नही मिल पाया था इसलिए सड़क नही बन पाई। इस सत्र के बजट में दोबारा फिर प्रस्ताव
रखा जाएगा इस बार बजट मिलने की उम्मीद है।
बेलरायां से शकील अहमद की रिपोर्ट
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