अतिक्रमण हटाने मे आदेशो का पालन नही करते है लेखपाल





निघासन-खीरी। प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा सरकारी जमीनो पर वर्षो से कब्जा जमाये बैठे भू माफियाओं से कब्जा हटवाये जाने का अभियान जोर शोर से चलाया जा रहां है लेकिन इसमे भी कब्जा हटवाये जाने मे लेखपाल अधिकारियों के आदेशों का पालन पूरी तरह नही करते है।

इसी तरह निघासन तहसील का एक मामला प्रकाश मे आया है जहां पर खलिहान की जमीन पर कब्जा होने के बावजूद भी लेखपाल ने सूची से नाम काट दिया गया है। इस तरह लेखपाल द्वारा की गयी मनमानी से नाराज होकर गांव वालो ने इसकी शिकायत एसडीएम से की है।

सरकार के निर्देशानुसार निघासन तहसील मे अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहां है। निघासन तहसील क्षेत्र के लगभग सभी गांवो मे खलिहान सहित सरकारी जमीनो से वर्षो से कब्जा जमाये भूमाफियाओं से सरकारी जमीन मुक्त कराये जाने हेतु लेखपालो ने सर्वे कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंपी थी जिसके आधार पर गांवो मे अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहां है। लेकिन अभियान मे राजस्वकर्मी अधिकारियों के आदेशो का पालन न करते हुए मनमाने ढंग के साथ कब्जा हटाया जा रहां है। जबकि जिस सरकारी जमीन पर एक नही कयी कयी लोगो द्वारा कब्जा किये जाने के बाद कब्जा नही हटाया गया।

इस बात पर कब्जा हटाने गये एक गांव मे जब लेखपाल मनमानी पर उतारू हो गये तो मौके पर मौजूद गांव वालो से और लेखपाल से तुतु मै मै तक हो गयी फिर भी लेखपाल ने किसी की एक ना सुनी। यह मामला क्षेत्र के ग्राम बरोठा का बताया जाता है जहाँ कब्जा हटाये जाने हेतु लेखपाल की पूरी टीम गयी थी जहां पर 17 गाटा संख्या पर सरकारी जमीन से कब्जा हटाये जाने का निर्देश था लेकिन वहां पर लगभग तीन अथवा चार गाटा सख्या से कब्जा हटाया गया।

इसी क्रम मे दो गाटा सख्या ऐसी थी जिसपर करीब तीन से चार लोगो द्वारा कब्जा किया जाना बताया गया था। इतना ही नही अतिक्रमण वाली सूची मे शामिल होने के बावजूद कब्जा हटाने की तो दूर सूची से नाम ही काट दिया गया जिससें गांव वालो ने नाराजगी जाहिर की लेकिन लेखपाल तथा राजस्व निरीक्षक पर इसका कोई असर नही पड़ा।

बरोठा मे कब्जा हटाये जाने हेतु सरकारी जमीन की गाटा सख्या 376, 500, 475, 795, 475, 795, 1307, 968, 1131, 1338, 858, 973, 979, 290 है। इसके अलावा गाटा सख्या 141 से कब्जा हटाया गया है। 937 का सूची मे शामिल होने के बावजूद उसे काट दिया गया है। बताया जाता है कि इस गाटा सख्या पर जितने लोग भी काबिज है।

वह सभी लोग मिलकर जमीन को बेचने के फिराक मे है। इस तरह राजस्व कर्मी द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान मे खेल खेला जा रहा है। सूची से हटाये जाने पर ग्रामीणों तथा राजस्व कर्मी के बीच तू-तू मै-मै भी हो गयी। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी एसडीएम से की है।

निघासन से विनोद गुप्ता की रिपोर्ट

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