बेलरायां-खीरी। इंडो नेपाल सीमा के तराई क्षेत्र बेलापरसुआ में बीएसएनएल
का टावर आये दिन बन्द होने से ग्रामीणों में आक्रोश फैला हुआ है ग्रामीणों ने
निघांसन एसडीओ को लिखित प्रार्थना पत्र देकर टावर को नियमित रूप से चलाने की मांग
की है।
भारत संचार निगम लिमिटेड के उच्चाधिकारी भले ही अपनी सफाई में कुछ भी कहें
लेकिन ग्रामीणों के बतायेनुसार कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ जरूर है। ग्रामीण देवेश
कुंमार, नारायण, रमेश चंद्र, रामबाबू, मिथुन कुमार, सुदर्शन कुमार व श्रीकांत सहित
सैकड़ों लोगों ने बताया कि जब आपरेटर से टावर के बन्द होने के बारे में पूछा गया तो
उसने बताया ली हमको डीजल जितना मिलता है उतने ही देर तक हम जनरेटर चलाते है और
जितनी देर तक जनरेटर चलता है उतनी देर टावर चलता है बाकी बन्द रहता है।
ग्रामीणों के मुताबिक जब इस सम्बन्ध में निघांसन एसडीओ को अवगत कराया तो
उन्होंने अनसुना कर दिया जिससे पूरे क्षेत्र के लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
ग्रामीणों का आरोप है कि डीजल बचाने के चलते टावर को बंद किया जाता है जिसकी जांच
कराकर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाय।
यहाँ आपको अवगत कराते चले कि थारू जनजाति गांव बेलापरसुआ में एक ही टावर
बीएसएनएल का है और टावर के बन्द होते ही सभी लोगों का जुड़ाव खत्म हो जाता है जिससे
ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस सम्बंध में निघासन एसडीओ
सरफुद्दीन से बात की तो उन्होंने बताया कि सूचना मिली है जांच कराकर दोषियों के
खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
बेलरायां से शकील अहमद की रिपोर्ट
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