मितौली-खीरी। थाना क्षेत्र के अंतर्गत कस्ता कालोनी निवासी गिरधारी लाल
(45) की सोमवार शाम ठंठ लगने मृत्यु हो गई।
मृतक गिरधारी लाल पुत्र जय लाल काफी गरीब एवं भूमि हीन व्यक्ति था। वह
स्वास का मरीज था शाम के समय जब वह शौंच के लिए गया वही पर गिर गया। काफी देर तक न
आने से परिजनों को चिंता हुई। काफी खोजबीन करने के बाद गिरधारी खेत में बेहोशी की
हालत में पड़ा मिला। परिजन उठाकर उसे घर ले आए, वहीं उसकी मृत्यु हो गई।
म्रतक के चार पुत्र सोनू (18), रिंकू (16), दीपक (14), ओमप्रकाश (12) व
तीन पुत्रियां पूनम (13), आरती (10) व ऊषा 7 है। म्रतक का बड़ा बेटा सोनू व रिंकू
मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते है। मृतक को पूर्व में एक आवास मिला था जिसकी
छत आज तक नही पड़ पाई। मृतक के परिजनों ने बताया कि आवास का आधा पैसा ही मिला था और
आधा पैसा ग्राम प्रधान द्वारा निकलवा लिया गया था।
मृतक कच्ची दीवार पर पड़े छप्पर के नीचे पूरे परिवार के साथ गुजारा करता
था। जैसे ही ठण्ड से मरने की सूचना तहसील प्रशासन को लगी। सूचना पाते ही तहसीलदार
उमाशंकर त्रिपाठी व क्षेत्रीय लेखपाल शिवकुमार घटना स्थल पर पहुचे तथा मृतक के
परिजनों को एक कम्बल और स्थानीय कोटेदार
द्वारा चालीस किलो अनाज दिलाया।
तहसीलदार ने क्षेत्रीय लेखपाल को निर्देशित करते हुए कहा कि परिजनों को
तत्काल परिवारी लाभ का फॉर्म ऑनलाइन करवाया जाए। ग्राम प्रधान द्वारा अंत्येष्ठि
के लिए लकड़ी की व्यवस्था कराई गई। ज्ञात हो की मृतक के अन्य दो भाई जो अत्यंत गरीब
है उनके पास पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड भी नही है।
शासन द्वारा गरीबो के उत्थान के लिए काफी योजनाए संचालित कराई जा रही है
किंतु योजनाओ में भृष्टाचार के चलते गरीबो की पहुच से दूर रहती है। अगर प्रशासन
द्वारा पहले ही कम्बल और अनाज की व्यवस्था करा दी जाती तो शायद गिरधारी लाल की
मृत्यु ठंड से नही होती। मृतक के शरीर पर मात्र एक फटी शर्ट और पैंट के अलावा इस
कड़ाके की ठण्ड में कुछ भी नही था।
मितौली से राजन शुक्ला की रिपोर्ट
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