कोयले की अँगीठी बन सकती है जान का खतरा : डाॅ0 अरुण तिवारी





बेलरायां-खीरी। कमरे में कोयले की अंगीठी जलती हुई रखकर सोने से हो सकता है बड़ा हादसा जान भी जा सकती है। ये कहना है सरजू सहकारी चीनी मिल बेलरायां के चिकित्साधिकारी डॉ0 अरुण तिवारी का।

डा0 साहब ने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि ठण्ड से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते है और जानकारी न होने के अभाव में जान जाने का खतरा बन जाता है। उन्होंने नया सवेरा नई खबर हिन्दी न्यूज पोर्टल के संवाददाता के जरिये लोगो को सचेत किया है कि ठण्ड से बचने के लिए खुले में आग जलाएं और गर्म कपड़े पहने सर्द हवाओं से बचें।

डा0 तिवारी ने बताया कि बन्द कमरे मे कोयले की अँगीठी जलाने से कमरे की ऑक्सीजन धीरे-धीरे अवशोषित हो जाती है और आक्सीजन के खत्म होने से मनुष्य को ऑक्सीजन नही मिल पाती जिससे कमरे में मौजूद कार्बनडाइऑक्साइड गैस कार्बन मोनोऑक्साइड में बदल जाती है और मनुष्य चेतना विहीन हो जाता है।

मनुषय के मस्तिष्क में कार्बन मोनोऑक्साइड के पहुंचने से वह बेहोश हो जाता है और अगर समय रहते उसको उपचार न मिल पाए तो उसकी मौत भी हो सकती है।

बेलरायां से शकील अहमद की रिपोर्ट

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