निघासन-खीरी। कस्बे की सिंगाही रोड स्थित इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक के
शाखा प्रबंधक द्वारा बिना ग्राहक की जानकारी के उसके बैंक खाते से पैसा निकलने की
खबर की जांच करने बृहस्पतिवार को जिले से बैंक अफसर पहुंचे। जांच अधिकारी ने बैंक
मैनेजर के साथ खाताधारकों के घर जाकर उनके बयान दर्ज किए और जांच के बाद खाते से बिना
निकासी निकाली गई रकम वापस कराने का आश्वासन भी दिया।
जांच के दौरान एक खाताधारक ने पैसा दिलाने के नाम पर मैनेजर द्वारा सादे
विदड्राल फार्म पर उससे हस्ताक्षर करा लिए जाने की शिकायत की है। कस्बे की
इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक में क्षेत्र के कई गांवों के खाताधारकों ने बिना अपने
द्वारा निकाले खातों से रकम निकाल लिए जाने की शिकायत की थी।
इस बाबत खबर प्रकाशित होने के बाद बृहस्पतिवार को बैंक के क्षेत्रीय
कार्यालय से मुशीर अहमद को जांच अधिकारी बनाकर जांच के लिए भेजा गया। बैंक प्रबंधक
करनैल सिंह के साथ वह कई खाताधारकों के घर पहुंचे और उनके बयान लिए। इनमें से कुछ
खाताधारकों ने बताया कि मैनेजर ने उनसे विवाद न होने की बात लिखाने का अनुरोध
किया।
टापरपुरवा गांव की खाताधारक रेखादेवी पत्नी जगदीश प्रसाद ने बताया कि उसके
खाते से दो हजार रुपए निकल गए थे। बृहस्पतिवार को बैंक मैनेजर के साथ उसके घर
पहुंचे जांच अधिकारी ने उसके बयान दर्ज किए। उसने मैनेजर पर खाते से गायब रकम जल्द
वापस दिलाने के लिए एक सादे विदड्राल फार्म पर हस्ताक्षर करा ले जाने का आरोप
लगाया।
हालांकि इस संबंध में शाखा प्रबंधक करनैल सिंह ने गांव जाकर खाताधारक के
बयान लेने व नमूना हस्ताक्षर से मिलान करने के लिए हस्ताक्षर कराने की बात कही।
सादे विदड्राल पर हस्ताक्षर कराने का आरोप गलत बताया।
निघासन से विनोद गुप्ता की रिपोर्ट
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