निघासन-खीरी। सफाई कर्मी की तैनाती न होने से नूरी मस्जिद के पास की
नालियों की सफाई नही हो पा रही है जिससे नामाजियों को काफी दिक्कतों का सामना करना
पड़ता हैं। ऐसा भी नही की गंदगी से परेशान लोगो ने सफाई कराने की मांग नही की। पर
किसी जिम्मेदार ने मौके जाकर देखना उचित नही समझा है। जिससे आजिज लोगो ने शुक्रवार
को पुनः जिलाधिकारी को पत्र भेज कर सफाई कर्मी की तैनाती व नियमित सफाई कराए जाने
की मांग की है।
कस्बे के पलिया रोड स्थित नूरी मस्जिद जो बहुत पुरानी मस्जिद है और यहां
कस्बा सहित आस पास के करीब दो दर्जन गांवों के लोग रोजाना नामाज पढ़ने जाते हैं। तो
उन्हें जाते समय रास्ते पर फैले नाली के गंदे पानी से गुजरना उनकी मजबूरी बन गई है
जिससे निकलते समय आये दिन उनके कपड़े भी खराब हो जाते तो कही गंदे पानी की छींटे
आदि पड़ जाने के कारण उन्हें नामाज अदा किये बगैर वापस लौटना पड़ता है।
कस्बे के फाईम खां बताते हैं कि नाली की सफाई के लिए मोहल्ले के लोग चंदा
आदि एकत्र कर करवाते है। पर्याप्त धन न होने से नितमित सफाई नही हो पा रही है।
कस्बे के ही सलीम खां ने बताते है कि इस रास्ते के दोनों तरफ की नाली पंचायत से दो
वर्ष पूर्व बनी थी। पर उसके बाद कोई उसकी सफाई करने नही आया है। नाली में पानी
अधिक होने के साथ ही टूटे स्थानों से गन्दा पानी निकल कर रास्ते पर भरा रहता है और
उससे निकलने वाली बदबू भी नवाज अदा करने जाने वाले लोगो को प्रभावित करती है।
यही नही मोहल्ले के लोगो के लिए तो यह गन्दगी बीमारी का कारण बनी हुई है।
इसके साथ ही सबसे अधिक समस्या छोटे बच्चों व स्कूल जाने वाले बच्चो को होती है। यह
समस्या कस्बे के एक मोहल्ले की नही है पूरे कस्बावासियों को सफाई कर्मी की तैनाती
न होने से गन्दगी जैसी विकराल समस्या से जूझना मजबूरी बन गई है।
इस सम्बंध में बीडीओ आलोक वर्मा ने बताया कि कस्बे में सफाई के लिए में
सप्ताह के दो दिन चार सफाई कर्मियों को लगा कर सफाई कराई जाती है। लेकिन कस्बे के
गली मोहल्ला में अगर नही वह नही जाते है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
निघासन से विनोद गुप्ता की रिपोर्ट
إرسال تعليق