मोहम्मदी-खीरी। तहसील मोहम्मदी की ब्लॉक पसगवां के सीमावर्ती ग्राम
पनाहपुर जो ईसाई बाहुल्य है, मे क्रिसमस की तैयारियां बड़े जोरों से चल रही है।
ग्राम पनाहपुर को रामपुर ग्रंट और लाभपुर के नाम से भी पुकारा जाता है। क्रिसमस पर
यहां एक बड़ा मेला लगता है जिसमें हजारों लोग दूर दूर से आकर भाग लेते हैं।
गांव पनाहपुर उर्फ रामपुर ग्रंट में लगभग 2000 से ज्यादा इसाई निवास करते
हैं किसी गांव में एक चर्च है जो 17 अप्रैल 1927 में बनाया गया था। चर्च में एक शिलालेख
लगा है जिस पर लिखे शब्दों के अनुसार वर्ष 1871 की जनवरी में यूनाइटेड स्टेट ऑफ
अमेरिका के कैलिफोर्निया से आए विलियम टेलरए की जानसन, अन्ना ट्रेलर, टीएस जॉनसन,
पीएम बक आदि ने इस स्थान पर लगभग 1 माह निवास किया था।
1927 में चर्च की स्थापना कर लोगों को इसाई धर्म के बारे में बताया गया।
वर्षों से क्रिसमस के पर्व पर यहां बहुत बड़ा मेला लगता है जिसमें दूर दूर से ईसाई
धर्म मनाने वालों के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी आते हैं रामपुर ग्रांट से 500
मीटर की दूरी पर बसे गांव रंजीतपुर में भी लगभग 500 ईसाई रहते हैं। जबकि दक्षिण
दिशा में थोड़ी ही दूर पर करसुआ गांव है। जो जनपद हरदोई में पड़ता है इस गांव में भी
लगभग 500 ईसाई निवास करते हैं ग्राम पनाहपुर में क्रिसमस के अवसर पर लगने वाले
मेले में इलाहाबादए दिल्लीए लखनऊए बरेलीए शाहजहांपुरए सीतापुरए हरदोई आदि जनपदों
में बसे लोग आते हैं।
इसके अलावा विदेशों से भी लोग यहां मेले में हिस्सा लेने आते हैं। इस गांव
के लोग चाहे देश में कहीं भी हो या विदेश में क्रिसमस के पर्व पर यहां जरूर एकत्र
होते हैं। मेले में तमाम व्यापारी अपनी तरह तरह की वस्तुओं की दुकानें भी लगाते
हैं जिसमे आसपास के हजारों ग्रामीण खरीददारी करते हैं।
इसके अलावा 1927 में बने मेथोडिस्ट चर्च मैं प्रभु यीशु की प्रार्थना का
अपना एक अलग ही महत्व है वर्तमान में ई पी सिंह यहां चर्च में पादरी के दायित्व का
निर्वहन कर रहे हैं। कुल मिलाकर तहसील मोहम्मदी के सीमावर्ती गांव में लगने वाला
क्रिसमस का ऐतिहासिक मेला प्रत्येक व्यक्ति देखना चाहता है और प्रशासन भी मेले को
लेकर तमाम तैयारियां करता है।
मोहम्मदी से हरविन्दर सिंह की रिपोर्ट
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