मोहम्मदी-खीरी। स्थानीय प्रशासन को चकमा देकर कानून का मखौल उड़ाने वाले
यूडी चिल्ड्रेन एकेडमी को जोर का झटका लगा है। 5 नवंबर शाम 6 बजे यूडी चिल्ड्रेन
एकेडमी मे बच्चों की अदालत नामक कार्यक्रम मे नगर पालिका परिषद मोहम्मदी के होने
वाले चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियो एवं निर्दलीय रुप से चुनाव लड रहे सभी
प्रत्याशियों को बुलाकर एक डिबेट करवाने जा रही थी।
जिसमें सभी वार्ड प्रत्याशियों सहित नगर पालिका के चेयरमैन पद के भी
प्रत्याशी शामिल हो रहे थे, मगर इसके लिए स्कूल ने निर्वाचन विभाग से अनुमति लेना
भी उचित नहीं समझा जबकि राष्ट्रीय स्तर पर जो न्यूज चैनल चल रहे हैं उनका सूचना
प्रसारण मंत्रालय से लाइसेंस और आरएनआई पंजीकरण होने पर भी चुनाव के दौरान क्षेत्र
का संवाददाता जब कोई कार्यक्रम चैनल के आदेश पर क्षेत्र में करते हैं तब निर्वाचन
आयोग से उसकी परमीशन लेनी पड़ती है।
मगर स्कूल ने निर्वाचन आयोग का भी कोई ख्याल नहीं किया। जब मीडिया के
माध्यम से जिलाधिकरी को इसकी जानकारी लगी तब जिलाधिकारी आकाशदीप ने चुनावी आचार
संहिता का उल्लंघन मानते हुए बच्चों की अदालत कार्यक्रम तत्काल प्रभाव से निरस्त
कर दिया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रुप से कहा चुनाव के समय ऐसे राजनीतिक कार्यक्रम
नहीं हो सकते।
विदित हो कि इससे पूर्व भी यूडी चिल्ड्रेन एकेडमी स्थानीय प्रशासन को
गुमराह करते हुए एक कदम अमन की ओर अटारी बाघा बॉर्डर पर पहुंच गया था और वहां पर
मौजूद बीएसएफ ने इनको बैरंग लौटा दिया था। बताते चलें कि समाज के संभ्रांत
नागरिकों का कहना है कि यूडीसीए बच्चों को शिक्षा कम समाज में अपनी ख्याति अधिक
अर्जित करने के प्रयास में रहता है।
मोहम्मदी से हरविन्दर सिंह की रिपोर्ट
إرسال تعليق