तिकुनियां-खीरी। भारत नेपाल सीमा पर मनी चेंजिंग के सक्रिय गिरोह पर एसएसबी
ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है जिससे इस अवैध व्यापार से जुड़े लोगों में हलचल मच गई
हैं।
इण्डो नेपाल सीमा पर बसी तिकुनियां बाजार में नेपाली नागरिको का आना जाना अधिक
रहता है जिस कारण नेपाली मुद्रा अधिक मात्रा में यहां आ जाती हैं। जिसे भारी मात्रा
में बदलने के लिये कई संगठित गिरोह काम कर मोटा मुनाफा कमाते है और इस अवैध धन्धे में
कई एजेंन्सियों का गिरोह पर हाथ भी रहता हैं।
सूत्र बताते हैं कि पांच दिन पूर्व कस्बे के दो लोगो का दस लाख रुपया (नेपाली
करेंसी) नेपाल जाना था जिसे खकरौला एसएसबी कैम्प के आगे किसी को सौप दिया गया कि उक्त
पैसा नेपाल के अमुख स्थान पर पहुँचा दो लेकिन वह पैसा नेपाल नही पहुँचा और जिनके पास
पैसा था उन्होंने कहा कि हम पैसा लेकर नेपाल जा रहे थे और लूट लिए गए। यह सुनकर पैसा
देने वाले दोनों लोगो ने गणमान्य नागरिकों की शरण ली और प्रकरण कोतवाली पहुँच गया।
कोतवाली पुलिस ने पूछताछ के लिए दो लोगो को हिरासत में लिया और कई राउण्ड पूछताछ
की। थकहार कर पुलिस ने दो लोगों को हल्की धाराओं में चालान कर प्रकरण से पीछा छुड़ा
लिया। उक्त घटना के दो दिन बाद ही सशस्त्र सीमा बल ने भारी मात्रा में नेपाल जा रही
करेंसी को पकड़ लिया। इस प्रकरण में भी कस्बे के ही एक चर्चित व्यक्ति का नाम उभर कर
सामने आया।
इस दो घटनाओं से गिरोह के हौसले पस्त होने लगे हैं और गिरोह के लोग नया तरीका
भी काम करने का तलाश रहे हैं जिससे घाटे को भी पूरा किया जा सके और प्रतिदिन की कमाई
का जुगाड़ भी बन जाए। सूत्र यह भी बताते है कि भारत से नेपाल एक निश्चित रकम ही आ जा
सकती है लेकिन यहाँ पर तो कई लाखो का आना जाना रोज ही होता था।
हालांकि अब तक सांठ गांठ में लगी रही एजेंसिया इस कार्य पर पैनी नजर रख रही
हैं। देखना यह भी है कि गिरोह के लोगो का अवैध धन्धा जारी रहेगा या फिर इस पर रोक लग
जायेगी।
तिकुनिया से संतोष मिश्रा की रिपोर्ट
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