निघासन-खीरी। अदालत के आदेश के बाद अपनी जमीन पर कब्जा करने गये लोगो पर उक्त विवादित जमीन पर कब्जा किए कब्जेदार ने अपने साथियो के साथ हमला कर दिया। मामला दो समुदायों में होने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस पर भी हमलावरों ने हमलावर होकर फायरिंग भी की। मजबूरन पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा।
पुलिस पर हमले की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम ने भी पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। काफी प्रयास के बाद भी मामला नही शांत हुआ तो गांव में एतिहातन तौर पुलिस को तैनात कर दी गई है। वही दबंगों के विरूद्ध गम्भीर धाराओ मे मुकदमा दर्ज करते हुए प्रधान के भाई व उसकी की पत्नी सहित छह को हिरासत मे लिया है। उधर गांव के लोगो मे भय बना हुआ है।
मंगलवार को क्षेत्र के चखरा निवासी हरगोविंद यादव ने गांव की ही पार्वती से 2010 मे जमीन का बैनामा कराया था।इससे पहले महिला ने दो साल के लिए ग्राम प्रधान के भाई अजमेर शाह को ठेके पर दे रखी थी और समय पूरा होने के बाद महिला से जमीन खाली करने की बात कही था। उधर बैनामा कराने के बाद अजमेर शाह ने 229 बी का मुकदमा कर दिया था। हरगोविंद जब जमीन पर कब्जा करने गया तो अजमेर शाह ने अपनी जमीन बताकर कब्जा नही करने दिया जिसपर महिला ने कहा दो साल के लिये ठेके पर जमीन दी जिसका समय पूरा हो गया और जमीन हमारी छोड़ दो लेकिन भाई प्रधान होने के कारण दबंगई पर उतरु हो गये और जमीन से कब्जा नही छोड़ा।
उल्टे 229 बी का मुकदमा करने के बाद स्थगन आदेश ले लिया इसके बाद कोर्ट ने 229 बी को सामाप्त कर दिया और स्थगन आदेश खारिज होने के बाद हरगोविंद की जमीन की दाखिल खारिज हो गयी।जमीन पर कब्जा करने का आदेश होने के बाद एसडीएम ने पहले ग्राम प्रधान को बुलवाया ताकि दोनो पक्षो मे समझोता हो जाये और कोई विवाद न हो। लेकिन बुलाने पर कोई नही आया। उधर हरगोविंद मंगलवार को अपने साथियों के साथ दो ट्रेक्टर लेकर कब्जा करने गये तो विपक्षीगण लाठी डंडा अवैध असलहा ले आ धमके ओर खेत जोत रहे लोगो पर हमला कर ट्रेक्टरो को क्षतिग्रस्त करते हुये खीच ले गये।
इस मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पर भी भारी संख्या मे लोगो ने लाठियों से हमला दिया ओर धारधार हथियारों के साथ दौड़ा लिया। मजबूरन पुलिस टीम को लौटना पड़ा। हमलावरों के हमले कई सिपाहियों को डंडे पत्थर आदि भी लग गई। जिससे वह चोटिल हो गये। जमीन के कब्जे को लेकर उपजे विवाद की जानकारी होते ही एसडीएम अखिलेश यादव ने भी पहुंचकर मौका मुआयना किया।
इस सम्बंध में कोतवाल अजय यादव ने बताया कि जमीन के मामले में ट्रेक्टर चालक रामपाल पुत्र मथुरा प्रसाद की तहरीर पर प्रधान व प्रधान पति सहित पच्चीस लोगो को नामजद व बीस अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला, मारपीट, गाली गलौज, दलित एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर छह लोगों को हिरासत में ले लिया गया है
कब्जे के मामले को निपटाने गए एसआई शंखधर भट्ट का आरोप है कि मारपीट की सूचना पर एक महिला सिपाही सहित चार सुरक्षा कर्मियो के साथ मौके पर गए थे और खेत मे विवाद कर रहे दोनों पक्षो को समझाने का प्रयास भी किया लेकिन मामले ने तूल पकड़ लिया और हमलावरो ने लाठी डंडो प्रहार कर दिया साथ ही रायफल से पुलिस पर फायर भी किया।
पुलिस टीम की तहरीर पर प्रधान इस्लामुद्दिन व उनकी पत्नी लायसा बानोएभाई जासमीन शाह सहित बाइस लोगो को नामजद करते हुए चालीस अज्ञात लोगों के तहत बलवा, सरकारी कार्य मे बाधा, जानलेवा हमला सहित कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया है।
निघासन से विनोद गुप्ता की रिपोर्ट
पुलिस पर हमले की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम ने भी पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। काफी प्रयास के बाद भी मामला नही शांत हुआ तो गांव में एतिहातन तौर पुलिस को तैनात कर दी गई है। वही दबंगों के विरूद्ध गम्भीर धाराओ मे मुकदमा दर्ज करते हुए प्रधान के भाई व उसकी की पत्नी सहित छह को हिरासत मे लिया है। उधर गांव के लोगो मे भय बना हुआ है।
मंगलवार को क्षेत्र के चखरा निवासी हरगोविंद यादव ने गांव की ही पार्वती से 2010 मे जमीन का बैनामा कराया था।इससे पहले महिला ने दो साल के लिए ग्राम प्रधान के भाई अजमेर शाह को ठेके पर दे रखी थी और समय पूरा होने के बाद महिला से जमीन खाली करने की बात कही था। उधर बैनामा कराने के बाद अजमेर शाह ने 229 बी का मुकदमा कर दिया था। हरगोविंद जब जमीन पर कब्जा करने गया तो अजमेर शाह ने अपनी जमीन बताकर कब्जा नही करने दिया जिसपर महिला ने कहा दो साल के लिये ठेके पर जमीन दी जिसका समय पूरा हो गया और जमीन हमारी छोड़ दो लेकिन भाई प्रधान होने के कारण दबंगई पर उतरु हो गये और जमीन से कब्जा नही छोड़ा।
उल्टे 229 बी का मुकदमा करने के बाद स्थगन आदेश ले लिया इसके बाद कोर्ट ने 229 बी को सामाप्त कर दिया और स्थगन आदेश खारिज होने के बाद हरगोविंद की जमीन की दाखिल खारिज हो गयी।जमीन पर कब्जा करने का आदेश होने के बाद एसडीएम ने पहले ग्राम प्रधान को बुलवाया ताकि दोनो पक्षो मे समझोता हो जाये और कोई विवाद न हो। लेकिन बुलाने पर कोई नही आया। उधर हरगोविंद मंगलवार को अपने साथियों के साथ दो ट्रेक्टर लेकर कब्जा करने गये तो विपक्षीगण लाठी डंडा अवैध असलहा ले आ धमके ओर खेत जोत रहे लोगो पर हमला कर ट्रेक्टरो को क्षतिग्रस्त करते हुये खीच ले गये।
इस मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पर भी भारी संख्या मे लोगो ने लाठियों से हमला दिया ओर धारधार हथियारों के साथ दौड़ा लिया। मजबूरन पुलिस टीम को लौटना पड़ा। हमलावरों के हमले कई सिपाहियों को डंडे पत्थर आदि भी लग गई। जिससे वह चोटिल हो गये। जमीन के कब्जे को लेकर उपजे विवाद की जानकारी होते ही एसडीएम अखिलेश यादव ने भी पहुंचकर मौका मुआयना किया।
इस सम्बंध में कोतवाल अजय यादव ने बताया कि जमीन के मामले में ट्रेक्टर चालक रामपाल पुत्र मथुरा प्रसाद की तहरीर पर प्रधान व प्रधान पति सहित पच्चीस लोगो को नामजद व बीस अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला, मारपीट, गाली गलौज, दलित एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर छह लोगों को हिरासत में ले लिया गया है
कब्जे के मामले को निपटाने गए एसआई शंखधर भट्ट का आरोप है कि मारपीट की सूचना पर एक महिला सिपाही सहित चार सुरक्षा कर्मियो के साथ मौके पर गए थे और खेत मे विवाद कर रहे दोनों पक्षो को समझाने का प्रयास भी किया लेकिन मामले ने तूल पकड़ लिया और हमलावरो ने लाठी डंडो प्रहार कर दिया साथ ही रायफल से पुलिस पर फायर भी किया।
पुलिस टीम की तहरीर पर प्रधान इस्लामुद्दिन व उनकी पत्नी लायसा बानोएभाई जासमीन शाह सहित बाइस लोगो को नामजद करते हुए चालीस अज्ञात लोगों के तहत बलवा, सरकारी कार्य मे बाधा, जानलेवा हमला सहित कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया है।
निघासन से विनोद गुप्ता की रिपोर्ट
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