तिकोनिया-खीरी। भारत-नेपाल सीमा पर थाना तिकोनिया क्षेत्र मे स्थित
सशस्त्र सीमा बल ने नेपाल से भारत जा रही लगभग आठ लड़कियों व दो कैरियरों को कड़ी
पूँछतांछ के बाद नेपाल पुलिस व एक संस्था के सुपुर्द कर दिया है। एसएसबी को प्रकरण
मानव तस्करी से जुड़ा लगता हैं।
सशस्त्र सीमा बल चैकी खकरौला के प्रभारी सुनील दत्त ने बताया कि कैम्प पर
चेकिंग के दौरान सात लड़कियाँ एवं दो महिला संदिग्ध दिखी और उनसे पूँछतांछ की गई तो
माजरा खुलकर साफ हो गया। उन्होंने बताया कि आठ लड़कियों में चार नाबालिग है और बाकी
अठारह वर्ष से कुछ बड़ी है। सभी नेपाल के जिला कैलाली की रहने वाली है और यह लोग
उन्नाव की एक फूड कम्पनी में जा रही थी।
श्री दत्त ने बताया कि कैलाली निवासिनी गौरा देवी सातों को लेकर तिकुनियां
आ रही थी जहाँ से भावना रोका इन सबको लेकर उन्नाव जाती। हालांकि इस दौरान समीर नाम
का युवक जो भावना के साथ था वह एसएसबी की गिरफ्त में नही आ सका। उन्नाव स्थित एक
फूड कम्पनी में पहले भी कई नेपाली लड़कियां नेपाल से ले जाई जा चुकी हैं।
सीओ सवीरत्न गौतम ने बताया कि इस प्रकरण से जुड़े हर पहलू की जांच होगी और
उन्नाव की एक कम्पनी का नाम उभर कर सामने आया है इसलिये वह भी जांच के दायरे में
है उन्होंने अपने मातहतों को भी ऐसे मामलों पर पैनी नजर रखने को कहा। एसएसबी व
कोतवाली पुलिस ने नेपाल में मानव तस्करी रोकने हेतु काम कर रही संस्थाए एनजीओए
सनाहाथए की टीकापुर प्रभारी तुलसीए कालाकुंडा प्रभारी महानंद जोशी को सातों
लड़कियों और दोनों कैरियर महिलाओं को लिखा पढ़ी कर सुपुर्द कर दिया।
इस अवसर पर तृतीय वाहिनी सेनानायक मुकेश कुमारए स0 सेनानायक नयनशी शिगलाए
राहुल त्यागीए सीओ सवीरत्न गौतमए प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंहए संजय कुमारए
कान्ति कुमारए रतलामए घनश्याम वर्माए राकेशए अमितए सादिक अलीए कालारामए ओढांग
पार्टिनए गजानन्द कसाना सहित तमाम लोग मौजूद रहें।
तिकोनिया से संतोष मिश्रा की रिपोर्ट
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