सीतापुर। कोतवाली पुलिस पर गैर इरादतन हत्या की आईपीसी की धारा 304 में
रिपोर्ट न दर्ज करए अपराध का संक्षिप्तिकरण कर उपेक्षा पूर्वक मृत्यु कारित करने
की आईपीसी की धारा 304 में रिपोर्ट दर्ज करने के मामले को लेकर मंगलवार को वकील
आक्रोशित हो गए।
इसके बाद वकीलों ने एसपी आनन्द कुलकर्णी का घेराव कर धारा 304 को 304 में
तरमीम करनेए सम्पूर्ण प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच कराने व सरकारी डॉक्टरों के
प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने की मांग की। जिस पर एसपी ने जांच कराकर दस दिन
में धारा तरमीम करने व मजिस्ट्रेटी जांच कराने का आश्वासन दिया।
इस पर आपत्ति जताते हुए वकीलों ने सोमवार तक धारा तरमीम किये जाने की
चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सोमवार तक धारा तरमीम न हुई तो आगे भी हड़ताल जारी
रहेगी। ज्ञात हो कि बार एसोसिएशन के सचिव गिरीश चन्द्र मिश्र के बड़े भाई उमेश
चन्द्र मिश्र का 15 अक्टूबर को जिला अस्पताल में डा0 एके टण्डन व डा0 पंकज अवस्थी
की लापरवाही के चलते निधन हो गया था।
इस मामले में श्री मिश्र के पुत्र सौरभ मिश्र ने दोनों डॉक्टरों के
विरुद्ध शहर कोतवाली में तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने 17 अक्टूबर को दोनों
डॉक्टरों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 304 के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। इस मामले को
लेकर मंगलवार को बार एसोसिएशन की बैठक बार अध्यक्ष विश्वनाथ दीक्षित की अध्यक्षता
व सचिव गिरीश चन्द्र मिश्र के संचालन में आहूत की गई। जिसमें सर्वसम्मति से
मंगलवार से रविवार तक न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया गया।
उक्त मामले में कार्यवाही न होने पर सोमवार को बैठक कर अगली रणनीति तय
करने की बात कही गयी। इस दौरान कुलदीप पाण्डे, शिवबरन लाल यादव, सर्वेश शुक्ला,
विजय कुमार अवस्थी, मुकुल मिश्रा, हरीश त्रिपाठी, जावेद व प्रशांत शुक्ला सहित बड़ी
संख्या में वकील उपस्थित रहे।
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