निघासन-खीरी। हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक निघासन रामलीला मेले में इस
बार राम कथा के मंचन के दौरान सीता स्वयंवर वाले दिन ग्यारह गरीब कन्याओं का विवाह
कराये जाने की योजना बनी है। साथ ही भूमि पूजन के दिन गायत्री यज्ञ का विशाल आयोजन
किया जाना तय हुआ है।
मंगलवार को निघासन मेला कमेटी की एक आवश्यक बैठक कस्बे के नंदीश्वर बाबा
स्थान पर आयोजित की गई। जिसमें कमेटी के सदस्यों ने अपने अपने विचार रखे। वही बैठक
में रामलीला मेले में आदर्श विवाह समारोह का आयोजन कराये जानी की योजना तैयार की
गई साथ ही मेले में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमो व मेले की व्यवास्था के
लिए भी रणनीति बनाई गई।
साथ ही कमेटी के लोगो से मेले के आयोजन में गत वर्ष की भांति सहयोग करने
की अपील की गई। इस दौरान मेला कमेटी में कार्यवाहक अध्यक्ष आफताब आलम को बनाया
गया। इसके अलावा नाजिम खान, आरिफ, अयूब अंसारी, सुखविंदर सिंह बाबू, सन्नी चानी
समेत कई लोगों की कमेटी बनाई गई जिन्हें मेले की जिम्मेदारी भी सौपी गई।
मेला महामंत्री केके मौर्य ने बताया कि गत वर्ष की भांति इस बार निघासन
मेला 15 नवंबर से होना है। जिसको बीते साल से बेहतर ढंग से सफल बनाने के तैयारियां
पूरी कर ली गई है। मेला मैदान की साफ सफाई का कार्य तथा मैदान की मिट्टी को समतल
करने का कार्य भी पूरा होने को है। वही भूमि पूजन के दौरान होने वाली गायत्री यज्ञ
की जिम्मेदारी दामोदर प्रसाद वर्मा को बैठक में सौंपी दी गई है।
प्रदीप गुप्ता ने बताया कि मेले में होने वाले आदर्श विवाह समारोह में
हरिद्वारए धौरहरा समेत सात गरीब कन्याओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। धुनष यज्ञ में
रावण वध के अलावा, तहसील के स्कूली बच्चों का कार्यक्रम, कवि सम्मेलन, भोजपुरी आदि
कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। इस यज्ञ में तिकुनियां, बेलरायां, सिंगाही,
बम्हनपुर, ढखेरवा, झंडी, दुबहा, रकेहटी, धौरहरा, बेलरायां, धौरहरा के अलावा पड़ोसी
मुल्क नेपाल तक के लोग मेले में शिरकत करने के लिए आते हैं।
निघासन से विनोद गुप्ता की रिपोर्ट
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