मोहम्मदी-खीरी। मोहर्रम का चांद निकलने के बाद आज 22 सितंबर से मोहर्रम की
शुरुआत हुई। पैगंबरे इस्लाम के नवासे और हजरत अली के बेटे इमाम हुसैन कर्बला मैदान
में हक इंसानियत और आतंकवाद के खिलाफ कर्बला में जो कुर्बानी पेश की उसकी याद में
मोहर्रम का त्यौहार बड़ी श्रद्धा और अकीदत के साथ मनाया जाता है।
अंजुमन हुसैनिया के अध्यक्ष मोहम्मद अब्बास ने बताया कि 22 सितंबर से 1
अक्टूबर तक शाम 9ः00 बजे से 12ः00 बजे तक मौलाना हैदर हुसैनी की तकरीर और अंजुमन
हुसैनिया नौहा खानी और सीना जनी करेगी जो बाजार खुर्द और शुक्लापुर में स्थित
इमामबाड़े मे मजलिस होगी। 5 मुहर्रम 26 सितंबर को 5 पांचवी का अलम का जुलूस बाजार
खुर्द में स्थित इमामबाड़े से निकलकर नगर में भ्रमण करता हुआ देर रात समाप्त होगा।
सातवीं अलम का जुलूस 28 सितंबर को बाजार खुर्द में स्थित इमामबाड़े से बड़ी
श्रद्धा के साथ उठेगा। जो नगर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ देर रात इमामबाड़े में
समाप्त होगा। 8 मोहर्रम 29 सितंबर अलम का जुलूस बाजार खुर्द से शुक्लापुर इमामबाड़ा
में समाप्त होगा। 10वीं का जुलूस 1 अक्टूबर शुक्लापुर मस्जिद से प्रातः 8 बजे
निकाला जाएगा। शुक्लापुर से नत्थू चैराहा पुतन्नी चैराहाए बाजार गंज होते हुए बरबर
चैराहा से गुरैला में स्थित कर्बला मे ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जायेगा।
मोहम्मदी से हरविन्दर सिंह की रिपोर्ट
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