लखीमपुर-खीरी।
जिलाधिकारी आकाशदीप की अध्यक्षता में एस0पी0सी0ए0 (पशु क्रूरता निवारण समिति) की एक आवश्यक बैठक कलेक्ट्रेट
सभागार मे आहूत की गयी। डीएम ने गौ-रक्षा एवं गौ-संवर्धन से संबंधित शासन की
प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला और संबंधित विभागों को इस दिशा में कार्य करने हेतु
कार्ययोजना तैयार करने एवं उनके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु कड़े निर्देश दिए।
उन्होनें कहा कि
जिले के उन मार्गो का चिन्हीकरण किया जाये जिन मार्गाे पर अवैध रूप से परिवहन की
संभावना हो ताकि पशुओं के अवैध परिवहन पर प्रभावी अंकुश लगाया जाये। इस कार्य में
समाजसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जाये। डीएम ने कहा एसडीएम और सीओ अभियान चलाकर
पशुओं के अवैध परिवहन पर रोक लगाये। उन्होनें कहा कि पशुओं के वैध परिवहन पर भी
प्रशासन की पैनी नजर रहेगी जिससे पशुओं के विरूद्ध होने वाले क्रूरता को रोका जा
सके।
बैठक में अवैध
परिवहन के दौरान पकड़े गये पशुओं के पुनर्वास की रणनीति तय की गयी। पशुप्रेमी व
पंजीकृत गौशालाओं के प्रतिनिधि इस कार्य में अपेक्षित सहयोग करे। बैठक में उपस्थित
पशु विशेषज्ञ और समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि पशु क्रूरता अधिनियम के प्रभावी
क्रियान्वयन हेतु व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने पर एक मत दिखे। पालीथीन के
प्रयोग से हो रही गौवंश की हानि को रोकने हेतु भी बैठक में प्रशासन से मांग की
गयी। जिस पर डीएम ने कार्यवाही का सकात्मक आश्वसन दिया।
बैठक में मुख्य पशु
चिकित्सा अधिकारी डा0 टीके तिवारी ने
पंजीकृत गौशालाओं को शासन द्वारा मिलने वाले अनुदान के बारे में विस्तृत जानकारी
दी और पशु क्रूरता निवारक अधिनियम के बारे में सभी की जिज्ञासाओं का निस्तारण
किया। उन्होनें कहा कि खीरी एक बड़ा जनपद है जहां पलिया और धौरहरा तहसील में भी
गौशालाओं के सृजन की भी अत्यन्त आवश्यकता है। इस हेतु जिलाधिकारी ने समाजसेवी
संस्थाओं, व्यापारिक संस्थाओं से सक्रिय सहयोग की
अपील की।
बैठक में पुलिस
अधीक्षक मनोज कुमार झा] अपर जिलाधिकारी उमेश
नारायण पाडेंय] डीएफओं अखिलेश
पाण्डेय] उपजिलाधिकारी संजय सिंह] आलोक वर्मा] पल्लवी मिश्रा] शादाब अलसम] रामप्रकाश] नागेन्द्र कुमार] धनश्याम त्रिपाठी
समेत नगर पालिका के अधिषासी अधिकारी व संबंधित विभागों के अधिकारी गण मौजूद
रहे।
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