लखीमपुर-खीरी।
दुधवा पार्क में पिछले 33 दिनों से डीएम के तबादले की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे
वनकर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेेश वन रक्षक संघ के अध्यक्ष
रामप्रसाद ने कहा कि उन्हें लगता है डीएम खीरी अपना मानसिक संतुलन ही खो बैठी हैं
लेकिन हम सब कर्मचारी एकता, साहस और संघर्ष के दम पर डीएम के ट्रांसफर तक यह जंग
जारी रखेंगे।
राम
प्रसाद ने कहा कि 03 मार्च के बाद डीएम का तबादला निश्चित है लेकिन हम लोगों ने
फील्ड डायरेक्टर संजय सिंह को अच्छी तरह पहचान लिया है, यहां आने पर उनका तहेदिल
से स्वागत किया जाएगा। उन्होने कहा कि कर्मचारी हड़ताल अब लोकल यूनिट के हाथ में
नहीं रह गई है बल्कि प्रादेशिक संगठन फैजाबाद, गोण्डा, बहराइच, बस्ती तथा
श्रावस्ती व पीलीभीत सहित तमाम जनपदों में फैल चुकी है इसलिए निर्णय अब प्रान्तीय
संगठन के हाथ में है।
सभा को
सम्बोधित करते हुए संघ के मंत्री विजय कुमार ने कहा कि सभी वनकर्मचारी अपनी मांग
पूरी होने तक चट्टान की तरह डटे रहेंगे। जब तक डीएम को हटाया नहीं जाता तब तक वे न
तो काम करेंगे और न ही नवागत डिप्टी डायरेक्टर महावीर कौंजलगि को काम करने देंगे।
कर्मचारी नेता की यह बात सुनकर डीडी लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
हड़ताल
समाप्त करने का बनाया दबाव
फेडरेशन
आफ फारेस्ट एसोसिएशन की दुधवा यूनिट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामकुमार ने रविवार के
घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए कर्मचारियों को बताया कि उन्हें डीडी हट में एसडीएम
पलिया ने बुलाया, जहां बीएसए और डीएसओ भी मौजूद थे। एसडीएम ने वार्ता की बात कही
तो मैने पर्यटन परिसर में चलकर संगठन के सामने बात करने की सलाह दी लेकिन दिन भर
प्रतीक्षा के बाद भी अधिकारी दुधवा नहीं पहुंचे।
रामकुमार
ने कहा कि रात 09ः00 बजे एसडीएम पलिया, एसडीएम गोला, बीएसए, डीएसओ व रेंजर दुधवा
मनोज श्रीवास्तव मेरे आवास पर आए, लेकिन मैने जब एसडीएम से डीएम के ट्रांसफर की
बात कही तो उन्होंने कहा कि यह मेरे हाथ में नहीं है। तब मैंने कहा कि आप धरना
खत्म कर पर्यटन शुरू कराने की बात कह रहे हैं, यह मेरे भी हाथ में नहीं है।
प्रशासन
पर मिलीभगत का आरोप
एफएफए
उपाध्यक्ष रामकुमार ने प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि बंधूराम पर वन
विभाग के तमाम अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं और जिले में अधिकारी उसे अपनी गाड़ियों में
बिठाकर कटान की जांच करा रहे हैं। उसके घर के सामने तो कटान की भारी मात्रा मे
लकड़ी भी जमा है, वह अधिकारियों को क्यों नहीं दिखती ?
रामकुमार
ने यह भी कहा कि एसडीएम ने पतिराज के खिलाफ सम्मन जारी कर दिया तथा चीनी मिल के
सामने चक्का जाम करने वाले किसानों के विरूद्ध मुकदमें दर्ज कर दिए गए लेकिन अधिकारियों
ने दुधवा बैरियर में कई घंटे हाईवे जाम करने वाले थारु लोगों के विरूद्ध मुकदमा
क्यांें नहीं लिखाया ? उन्होने कहा कि वनकर्मी पक्षपातपूर्ण कार्रवाई किसी भी हालत
मे बर्दास्त नहीं करेंगे।
ईंट से
ईंट बजाने को तैयार
एफएफए के
अध्यक्ष पतिराज सिंह ने कहा कि जब दिया बुझने वाला होता है तो उसकी लौ तेज हो जाती
है। हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा है, लेकिन अगर कोई अधिकारी किसी कर्मचारी
को छुएगा तो हम ईंट से ईंट बजा देंगे।
अधिकारी
नहीं जुटा सके साहस
दुधवा मे
हड़ताली कर्मचारियों का आन्दोलन 33वें दिन भी जारी रहा। हड़ताली कर्मचारियों को
समझाकर हड़ताल समाप्त कराने के उद्देश्य से दोबारा पलिया पहुंचे बीएसए डा0 ओपी राय,
डी0एस0ओ0 राकेश कुमार तिवारी व एसडीएम पलिया आलोक कुमार वर्मा को वनकर्मचारियों के
तेवरों की भनक लगने के बाद वह लोग वार्ता करने का साहस नहीं जुटा सके।
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