लखीमपुर-खीरी। दुधवा नैशनल पार्क में चल रही गाइडों व जिप्सी चालकों की
हड़ताल के समर्थन मे वन विभाग के स्थायी कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं। फील्ड
डायरेक्टर संजय सिंह ने मौके पर पहुचकर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को समझाने का
प्रयास किया लेकिन उन्होने डायरेक्टर की एक न सुनी।
बुधवार को आक्रोशित सभी कर्मचारियों ने एफएफए के बैनर तले दुधवा मुख्यालय
पर सभा के बाद नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया तथा डीएम किंजल सिंह को
सस्पेण्ड किये जाने की मांग की। ज्ञात हो कि गत 28 जनवरी को डीएम किंजल सिंह के
आदेश पर एआरटीओ श्वेता वर्मा ने पार्क में अवैध रुप से संचालित दो जिप्सियों को
सीज कर दिया था जिसके बाद से सभी जिप्सी चालक व गाइड कार्य बहिष्कार करते हुए
हड़ताल पर हैं।
एफएफए की दुधवा यूनिट के अध्यक्ष पतिराज सिंह ने बताया कि मिनिस्ट्रियल
कर्मचारियों की कोर कमटी की बैठक चल रही है, जल्द ही उनका समर्थन भी मिलेगा। इस
तरह 189 स्थायी कर्मचारी, 326 दैनिक वेतन भोगी, 32 जिप्सी चालक व मालिक तथा 47
नेचर गाइड एक साथ आन्दोलन करेंगे।
शस्त्र जमा करने व नौकरी छोड़ने की दी चेतावनी
एफएफए के उपाध्यक्ष रामकुमार ने कहा कि वह अब और शोषण व उत्पीड़न बर्दाश्त
नहीं करेंगे। यदि छः फरवरी तक उनकी मांग मानते हुए डीएम किंजल सिंह को निलम्बित
नही किया गया तो सभी वनकर्मी अपने सरकारी शस्त्र भी जमा कर देंगे।
इसके बाद आठ फरवरी को वाइल्ड लाइफ चीफ के यहां सरकारी हाथी भी जमा करा दिए
जाएंगे। रामकुमार ने यह भी कहा कि अगर फिर भी उनकी मांग न मानी गई तो सभी कर्मचारी
सामूहिक त्यागपत्र देने के लिए विवश हो जायेंगे।
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