किडनैपिंग केस : साजिशर्ता समेत तीन लोग गिरफ्तार





लखीमपुर-खीरी। जिले के थाना सिंगाही के खैरीगढ़ मे हुए तीन सगी बहनों के अपहरण काण्ड में  घटना के मास्टर माइण्ड सहित तीन बदमाशों को गिरफ्तार करने मे एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल की है। साथ ही पकड़े गए तीनो आरोपियों के पास से फिरौती की रकम पांच लाख मे से दो लाख तिरसठ हजार रुपए भी बरामद किये है।

शुक्रवार की सुबह एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि खैरीगढ़ अपहरणकांड में वांछित अपहरणकर्ता इण्डो-नेपाल बार्डर पर रघुनगर गांव के पास नेपाल जाने की योजना बना रहे हैं। इस पर लोकेशन ट्रेस होते ही हरकत में आई पुलिस व एसटीएफ की टीमों ने रघुनगर गांव को छावनी में तब्दील कर दिया। पुलिस के उच्चाधिकारियों समेत करीब आधा दर्जन थानों की पुलिस व एसएसबी की बीओपी के सशस्त्र जवान भी मौके पर तैनात रहे। भारी पुलिस बल व एसटीएफ से अपने को घिरा देख बदमाशों ने कई राउंड हवाई फायरिंग की। करीब चार घण्टे चली धड़पकड़ के बाद एसटीएफ ने राजकुमार, कुलवंत व गुरुमीत सिंह को गिरफ्तार किया।

एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने बताया कि इस घटना का सूत्रधार राजकुमार पुत्र विश्राम निवासी रायपुर थाना तिकोनिया है। गिरफ्तारशुदा राजकुमार पर थाना तिकोनियां मे लूट, डकैती, गुण्डा एक्ट, मादक पदार्थ आदि धाराओं के 12 मुकदमे दर्ज हैं। उन्होने बताया कि अपहरण काण्ड मे अपराधियों के गैंग मे कुल 10 लोग शामिल है। इन लोगों का प्लान अपहृत लड़कियों के पिता रामबली गुप्ता के पुत्र का अपहरण करने का था, खिचड़ी वाले ये लोग उसको अगवा करने गए थे, बेटे के न मिलने पर लड़कियों को अगवा कर लिया था। अपहरण के बाद ये लोग तीनों लड़कियों को मांझा गांव ले गए जहां फिरौती लेकर उनको छोड़ा।

एसएसपी एसटीएफ ने यह भी बताया कि इनका एक साथी चरनजीत उर्फ चन्नी जो एसएसबी की रघुनगर चैकी के पास एक गुमटी मे अपनी लगाता हैं, को परिजनो ने फिरौती के पांच लाख रुपए दिए थे। चन्नी ने फिरौती की रकम मे से 02 लाख रुपए निकाल लिए जिस पर इन लोगों में आपस मे विवाद हो गया था। एसटीएफ ने राजकुमार के कब्जे से 1.47 लाख व गुरुमीत के कब्जे से 1.10 लाख व कुलवंत के पास से 06 हजार रुपए बरामद किये हैं। इनके पास से दो तमंचे 315 बोर व खोखे भी बरामद हुए।

अमित पाठक ने बताया कि एसटीएफ टीम खीरी पुलिस के साथ मिलकर चन्नी सहित घटना मे शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। शीघ्र ही सभी फरार बदमाश सलाखों के पीछे हांेगे। श्री पाठक के अनुसार पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा एसटीएफ टीम को 20 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया है।   

आग तापते समय हुआ था बहनों का अपहरण
गत 16 जनवरी की रात करीब साढ़े नौ बजे खैरीगढ़ निवासी कोल्हू व्यापारी रामबलि गुप्ता की तीनो बेटियां उपमा (22), रोहिणी (21) व संतोषी (18) अपनी मां मुन्नी देवी तथा नौकरानी तारा देवी के साथ घर के बाहर आग ताप रहीं थीं। तभी तीन बाइकों पर आये छः बदमाश पांचों लोगो को तमंचे की नोक पर अपने साथ करीब एक किलोमीटर दूर तक ले गए थे। बाद में मुन्नी देवी के कान के कुंडल छीनकर बदमाश उन दोनो (मुन्नी देवी व तारा देवी) को वहीं छोड़कर तीनों लड़कियों को साथ लेकर फरार हो गए थे।

पांच लाख फिरौती देकर रिहा हुयीं थी लड़कियां
किडनैर्पस ने पहले 50 लाख की फिरौती देने की बात की थी। दोबारा आए फोन मे 30 लाख और तीसरी बार आए फोन आने पर 05 लाख फिरौती की रकम व 02 लीटर पेट्रोल देने का सौदा तय किया था जिसके बाद परिजनों ने पांच लाख नकद व 02 लीटर पेट्रोल देकर तीनों लड़कियों को रिहा कराया था।

एसटीएफ की पांच टीमें कर रहीं थी छानबीन
खैरीगढ़ अपहरण काण्ड में बदमाशों की धरपकड़ हेतु एसटीएफ की पांच टीमें व पुलिस की टीमे लगातार अलग अलग स्थानों पर छोपमारी कर छानबीन रहीं थी। इस दौरान एसटीएफ के आईजी सुजीत पाण्डे, एसएसपी अमित पाठक एसपी खीरी अखिलेश चैरसिया गांव में डेरा जमाये हुए थे।

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