जांच पूरी होने तक स्थगित रहेगा दुधवा कर्मियों का बहिष्कार





लखीमपुर-खीरी। दुधवा कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा कार्य बहिष्कार फिलहाल मामले की जांच पूरी होने तक स्थगित कर दिया गया है। मामले की जांच करने के लिए अपर प्रमुख वन संरक्षक दिवाकर कुमार को जांच अधिकारी बनाया गया है, जांच पूरी होने तक सभी वनकर्मी पूर्व की भांति कार्य करेंगे।

यह फैसला गुरूवार को दुधवा मुख्यालय पर आयोजित प्रदेशस्तरीय बैठक में लिया गया जिसके तहत दुधवा में की गई तालाबन्दी खोल दी गई है। अब पूर्व की भांति ही पर्यटकों को दुधवा की सैर कराई जाएगी। ज्ञात हो कि डीएम किंजल सिंह व दुधवा के उपनिदेशक पीपी सिंह के बीच विगत काफी दिनों से विवाद चल रहा है जिसके चलते दुधवा के फेडरेशन आॅफ फारेस्ट एसोसिएशन के बैनर तले सभी वनकर्मी कार्य बहिष्कार कर रहे थे तथा बुधवार को कर्मचारियों ने दुधवा के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन शुरू किया था।

पार्क में तालाबंदी होने से यहां आने वाले सैलानियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। गुरूवार को वन विभाग के प्रदेश स्तर के तमाम अधिकारी व कर्मचारी दुधवा मुख्यालय पहुंचे और वहां एक बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए फेडरेशन आॅफ फारेस्ट एसोसिएशन के संरक्षक उमेश चन्द्र तिवारी ने कहा कि बेशक खीरी की डीएम किंजल सिंह व दुधवा उप निदेशक पीपी सिंह के बीच विवाद चल रहा है, लेकिन यहां के कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे कार्य बहिष्कार के कारण पार्क क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को तमाम दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है।

इसके अलावा विभाग से सम्बन्धित कार्य भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन या वन विभाग के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी का शोषण नहीं होने देंगे। यदि शोषण होता भी है तो उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हड़ताल अवधि में अधिकारी एवं कर्मचारियों का किसी भी प्रकार का नुकसान भी नहीं होने दिया जाएगा।

साथ ही उन्होंने यह भी अपील की है कि डीएम बनाम डीडी के मामले में शाासन द्वारा जो जांच सेटअप हुयी है उसका जांच अधिकारी अपर प्रमुख वन संरक्षक दिवाकर कुमार को बनाया गया है, जांच पूरी होने तक सभी कर्मचारी कार्य बहिष्कार को स्थगित रखें ताकि इस दौरान पर्यटन परिसर में आने वाले पर्यटकों को कोई परेशानी न हो सके।

श्री तिवारी ने यह भी कहा कि इस लड़ाई में वह अन्तिम निर्णय तक पूरा सहयोग देंगे और पार्क कर्मचारियों के साथ न्याय ही होगा यह निश्चित है, वह किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं होने देंगे।

इस मौके पर एफएफए के महासचिव शैलेन्द्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष रामप्रसाद, महामंत्री रविकांत वर्मा, अशोक कुमार शुक्ला, मुकुल वर्मा, शीतला प्रसाद, मुसीर अहमद, महेशचन्द्र, प्रमोद कुमार, रमेशचन्द्र यादव, महेन्द्र मिश्र, व पीलीभीत एवं गोंडा से आए अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद रहे। 

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