.....तो क्या शराब पीती हैं लखीमपुर की डीएम




लखीमपुर-खीरी। खीरी जिले में स्थित विश्व विख्यात दुधवा नेशनल पार्क के कर्मचारियों व अधिकारीयों की फेडरेशन ऑफ फारेस्ट एशोसिएशन यूनिट ने डी0एम0 किंजल सिंह पर पार्क के नियमो का उल्लंघन करने व पार्क कर्मचारियों का मानसिक शोषण करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व वन राज्य मंत्री तेज नारायण पाण्डे को पत्र भेजा तथा उनके अविलम्ब स्थानांतरण की मांग की।

साथ ही मांग पूरी न होने पर विरोध प्रदर्शन किये जाने की बात भी कही। आरोप है कि डीएम किंजल सिंह द्वारा वन संरक्षण अधिनियम 1972 का उल्लंघन किया जा रहा है, डीएम पर पार्क में अनियमितता फैलाने, बेवक्त घूमने व कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का आरोप है, जिसके चलते वन्य जीवों की सुरक्षा संदेह के घेरे में है। आरोप यह भी है कि जब दुधवा पार्क के उपनिदेशक ने डीएम द्वारा पार्क के नियमो के उल्लंघन पर आपत्ति जताई तो किंजल सिंह ने उनके साथ जमकर अभद्रता की।

फेडरेशन ऑफ फारेस्ट एशोसिएशन की दुधवा यूनिट के अनुसार किंजल सिंह थारु जनजाति के उत्थान के नाम पर आये दिन बेवक्त पार्क पहुचती हैं और वहां पर शराब पीकर नानवेज खाती हैं तथा तीव्र ध्वनि में म्यूजिक बजाती हैं जिसके चलते जानवर आबादी की ओर भाग जाते है। कर्मचारियों का तो यहां तक कहना है कि जंगल मे बजाए जा रहे तेज ध्वनि की आवाज सुनकर पार्क की एक बाघिन अपने चार शावकों के साथ पार्क से गायब हो गई।

मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में डी0एम0 का अविलंब स्थानांतरण न किये जाने पर कार्य बहिष्कार व विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी गई है। वहीं जिलाधिकारी किंजल सिंह ने खुद पर लगे सभी आरोपों को अनर्गल व बेबुनियाद बताते हुए कहा कि मैं शासन के निर्देशानुसार ही दुधवा पार्क गई हूं, मै अपने निजी काम से कभी दुधवा घूमने नहीं लगी, मेरे ऊपर वन विभाग द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।

किंजल सिंह ने कहा कि शासन से दुधवा के जंगल मे हो रहे पेड़ कटान की गोपनीय रिपोर्ट मांगी गई थी जो मैंने भेजी थी। तभी से वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की बौखलाहट बढ़ गई और उन्होने मेरे ऊपर अनर्गल आरोप लगाते हुए शिकायत की है, मैं न तो शराब पीती हूं और न मांसाहार करती हूं।  

मुखर हुए अन्य लोगों के भी स्वर
किंजल सिंह अपनी कार्य प्रणाली से वैसे भी काफी चर्चा में रही हैं परन्तु उनके अच्छे कामो के बजाय उन पर लगे इन आरोपो की छांव में डीएम की तानाशाही से तंग नेताओं, अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी किंजल सिंह के खिलाफ अपने स्वर मुखरित करने शुरु कर दिए हैं।

अपनी सफाई पेश करने मे जुटीं रहीं डीएम
शनिवार को भले ही पंचायत चुनाव का प्रथम चरण रहा हो जिसमे मतदान का समय 4.30 बजे तक था लेकिन मुख्यमंत्री को की गई शिकायत से तिलमिलाई खीरी की डीएम साहिबा किंजल सिंह 4.30 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मे मीडिया के सामने अपनी सफाई पेश करने में जुटी थीं। 

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