लखीमपुर-खीरी।
पंजाब में हुए गुरू ग्रंथ साहिब के अपमान को लेकर पलिया के लोगों में भी खासा
आक्रोश देखने को मिला। आक्रोशित लोगों ने शहर में मौन जुलूस निकालकर दोषियों पर
कार्रवाई करने की मांग उठाई। जुलूस में कई धर्म के लोगों ने हिस्सा लिया।
जुलूस के
अलावा लोगों ने तहसील गेट पर धरना देकर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम पीके
सिंह को सौंपा तथा मामले की सीबीआई जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करने
की मांग की। ज्ञात हो कि विगत दिनों पंजाब में अराजक तत्वों की ओर से सिखों की
आस्था को ठेस पहुंचाने के लिए श्री गुरू ग्रंथ साहिब का अपमान किया गया था।
इसको लेकर
वहां काफी बबाल भी हो गया था। अराजक तत्वों की यह करतूत सिखों को ही नहीं अपितु
सभी धर्मों के लोगों नागवार गुजरी थी। इसका खासा आक्रोश पलिया में भी देखने को
मिला। मंगलवार को सिखों के साथ में लगभग सभी धर्मों के लोगों ने शहर में मौन जुलूस
निकाला। जुलूस पलिया गुरू सिंह सभा गुरूद्वारे से चलकर भीरा रोड, बाईपास रोड,
दुधवा रोड से होते हुए तहसील गेट पर पहुंचा।
इस दौरान
लोग मामले की सीबीआई जांच कराई जाए, दोषियों को कड़ी सजाई दिलाई जाए जैसी लाइने
लिखी पट्टियां लेकर चल रहे थे। तहसील गेट पर करीब एक घंटे तक धरने पर बैठने के बाद
मौके पर एसडीएम पीके सिंह, तहसीलदार राजू कुमार, सीओ राम आसरे, प्रभारी निरीक्षक
केपी सिंह पहुंचे। जहां राष्ट्रपति को सम्बोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया।
ज्ञापन में विभिन्न प्रकार की मांगे रखी गई हैं।
मौन जुलूस
निकालने वालों में बाबा गुरूनाम सिंह महंगापुर व बाबा सुरजन सिंह मल्लपुरी की
मौजूदगी में संगत के दौरान निर्णय लिया गया कि पंजाब की तरह यहां भी दीवाली नहीं
मनाई जाएगी। इसके अलावा दीवाली पर किसी भी प्रकार की आतिशबाजी नहीं की जाएगी और न
ही दिए जलाए जाएंगे और तो और दीवाली के त्यौहार पर कोई मिठाई आदि भी नहीं खरीदेगा।
प्रदर्शन
करने वालों मे ब्लाक प्रमुख गुरूप्रीत सिंह जार्जी, पूर्व चेयर मैन महमूद हुसैन
खान, जफर अहमद टीटू, सरदार सेवा सिंह, उवैस खान, इरशाद आढ़ती, विकास कपूर, कय्यूम
कूरैशी, अवतार सिंह, पलविंदर सिंह, फुरकान अंसारी, विनोद गर्ग सहित लगभग सभी
समुदायों के लोग मौजूद रहे।
ज्ञापन
में की गई ये मांगे ...
- पंजाब मामले की सीबीआई जांच कराकर न्यायिक कार्रवाई की जाए
- सजीव श्री गुरू ग्रंथ साहिब के अंग फाड़ने वालों को धारा 302 के तहत फांसी की सजा दिलाई जाए
- धरने पर बैठे गिरफ्तार किए गए बेगुनाहों को अबिलम्व रिहा किया जाए
- धरने पर बैठे लोगों पर गोली चलाने वालों को व आदेश देने वालों को बर्खास्त कर कार्रवाई करते हुए सजा दिलाई जाए
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