लखीमपुर-खीरी। स्वायत्त मधेशी प्रदेश बनाए जाने की
मांग को लेकर नेपाल के टीकापुर में हुई हिंसा के बाद खीरी जिले से सटे इण्डो नेपाल
बार्डर को सील कर कर दिया गया है।
सीमा पर पुलिस, एसएसबी, वन विभाग व कस्टम विभाग के
जवान गश्त करते हुए हर आने जाने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रख रहे है। ज्ञात हो कि
बीते सोमवार को जनपद खीरी की तिकोनिया से 25 किलोमीटर दूर पडोसी मुल्क नेपाल के
टीकापुर व दुर्गौली कस्बे में आन्दोलनकारियों व पुलिसकर्मियों की झडप में करीब दो
दर्जन लोगों की मृत्यु हो गई थी जिसमें मरने वालों में पुलिस की संख्या ज्यादा थी।
संघर्ष को बढता देख नेपाल सरकार ने टीकापुर सहित कई
कस्बों में सेना तैनात कर कफ्र्यू लगा दिया है। नेपाल जाने बाले मार्ग पर बैरियल
लगाकर भारतीयों को जाने से रोका जा रहा है। कफ्र्यू लगा होने के बाबजूद आंदोलनकारी
पथराव कर रहे है। नेपाल में उग्र आन्दोलन को देखते हुए भारतीय सीमा पर सभी सुरक्षा
व जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई है। बार्डर पर जंगली पगडंडी रास्तों के सहारे कोई
अराजक तत्व प्रवेश न पाए इसके लिए एसएसबी के जवान सतर्क हो गए हैं।
सीमा पर सुरक्षा का घेरा मजबूत कर दिया गया है साथ ही
पगडंडी रास्तों पर भी गश्त बड़ा दी गई है। इसके साथ ही मोहाना नदी में हो रहे नौका
संचालन को भी रोक दिया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति किसी भी दशा में सीमा के इस पार
या उस पार आ जा न सके। भारत नेपाल सीमा पर स्थित एसएसबी की सभी बीओपी व चेक
पोस्टों को भी विशेष अलर्ट पर रखा गया है।
सीमा पर तैनात एसएसबी की बेलापरसुआ दीपनगर रघुनगर
डांगा आदि पोस्टों के जवान बेहद चैकन्ने हो गए हैं और प्रत्येक राहगीर से पूछताछ व
उनके सामान की चेकिंग कर रहे है। एसएसबी के साथ साथ स्थानीय पुलिस व खुफिया एजेंसी
आदि भी पूरी तरह से चैकन्नी हो गयी हैं।
सेनानायक मुकेश कुमार ने बताया कि सीमा पर एसएसबी पूरी
तरह सतर्क है सीमा को पूरी तरह से सील कर तलाशी अभियान तेज करते हुए पूरी तरह सीमा
पर सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
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