केजरीवाल ने कुर्बान किये आम आदमी के सपने : पम्मी





लखीमपुर-खीरी। जिस स्वराज की बुनियाद पर अरविन्द केजरीवाल आम आदमी के सपने को सींचना चाहते थे, उस आम आदमी के सपने को केजरीवाल ने न सिर्फ दिल्ली में बल्कि पूरे देश में अपनी तानाशाही कार्यशैली व झूठी जिद पर कुर्बान कर दिया है। अब पार्टी में कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं है। इस इसी के चलते हम लोग पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं।

यह बात आप नेता आमिर रजा पम्मी व डा. संजय कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने पार्टी से अलविदा कहने की घोषणा करते हुए कही। आप नेताओं ने कहा कि जिस वैकल्पिक राजनीत की नैया पर आम आदमी अपने जीवन में जिस सार्थक परिर्वतन की उम्मीद कर रहा था, वह उम्मीद पुनः एक छलावा साबित हुई।

आखिर क्या कारण है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार को अपने प्रचार हेतु 526 करोड़ रूपये की जरूरत पड़ गई। जनता के बुनियादी सवाल रोटी, कपड़ा व मकान वहीं के वहीं रह गए हैं। आमिर रजा, संजय कुमार व त्रिभुवन लाल वर्मा ने संयुक्त रुप से कहा कि जब पार्टी की बुनियाद रखी गई थी तो जो संविधान बनाया गया था।

उसके तहत पार्टी के हर कार्यकर्ता को सम्मान व अधिकार दिया गया था लेकिन अब पार्टी अपने संविधान से हट कर तानाशाही की बुनियाद पर चलायी जा रही है। यूपी में तो इलियास आजमी व संजय सिंह ने अपने वर्चस्व की लड़ाई में कार्यकर्ता को दो खेमों में बांट कर रख दिया है। दोनों नेता यूपी का सीएम बनने का सपना सजोये हुऐ है जो कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज करके सम्भव नहीं है।

आज कार्यकर्ता अपने काम की बुनियाद पर नहीं चापलूसी की बुनियाद पर पार्टी ने रूतबा हासिल करते दिखाई दे रहे हैं। आमिर रजा ने कहा कि लोक सभा चुनाव के द्वारा उन्होंने खीरी लोकसभा सीट पर इलियास आजमी के मुखालिफ टिकट की मांग की थी तभी से इलियास आजमी उनसे खुंन्नस खायें हैं और लगातार उन्हें व उनके द्वारा पूरे जिले में बनाये गये लगभग बीस हजार कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज कर अपनी तानाशाही के बल पर लोकसभा चूनाव के प्रत्याशी की तरह ही एक डमी जिला संयोजक बनाकर जिले पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे है।

इस्तीफा देने वाले पार्टी के पूर्व में लोकपाल एसके तिवारी, मो. जावेद, जमील अहमद, विक्रांत राय, राकेश सिंह, हरदयाल सिंह, कुंलदीप बाथम, मो. अनीस, सद्दाम हुसैन सहित तमाम लोग मौजूद रहे। 

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