लखीमपुर-खीरी। जिलाधिकारी किंजल सिंह ने गुरुवार को
तहसील निघासन मे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों एवं बाढ़ रोकने हेतु चल रहे कार्यों का
क्षेत्रवार निरीक्षण किया। डीएम ने कर्तनियां घाट बन्धे के मझरा पूरब के साईफन मे
चल रहे जलकुम्भी एवं गन्दगी निकालने एवं सफाई करने के कार्यों का निरीक्षण किया।
यह कार्य सिंचाई विभाग बाढ़ खण्ड द्वारा कराया जा रहा है।
मौके पर 08-10 लेबरों द्वारा कार्य कराया जा रहा था
जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मौके पर उपस्थित जूनियर इंजीनियर
रमेश कुमार को निर्देशित किया कि शीघ्र मशीन मगाकर तथा और लेबर बढ़ाकर जलकुम्भी व
गन्दगी निकाल कर सफाई करायंे जिससे बाढ़ से पूर्व साईफन मे पानी का बहाव ठीक से हो
सके और ग्रामीणों को बाढ़ से दिक्कत न हो तथा अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ को भी दूरभाष से
निर्देशित किया कि कार्य मे कतई लापरवाही नही बर्ती जाय।
इसके बाद डीएम ने सोती साईफन गजियापुर पर जलकुम्भी को
साफ करने के निर्देश दिए। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने गिरिजा बैराज की झील पर घाघरा
फोन्ट का निरीक्षण किया यहां पर सिंचाई खण्ड शारदा नगर द्वारा कार्य कराया जा रहा
है। खैरटियां बांध रोड पर खैरटिया बांध पर लगभग बाढ़ रोकने के लिए दस साईड कटर
बनायें गये है, उनका गहनता से निरीक्षण किया। बाढ़ प्रभावित ग्राम नया पिण्ड का
निरीक्षण करते हुए डीएम ने उपजिलाधिकारी निघासन को वहां पर बसे लोगों को ऊॅंचे
स्थान पर रहने की व्यवस्था एवं बाढ़ मे खाने-पीने की व्यवस्था के निर्देश प्रदान
किये।
इसके बाद जिलाधिकारी ने तिकौनियां से कौड़ियाला घाट पर
गुरूद्वारा रोड के सामने बने रपटा पुल जो कि बाढ़ से दोनो ओर कट गया है उसे शीघ्र
ठीक कराने के निर्देश अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को दिए तथा जहां पर रोड
पानी मे ज्यादा कट गई है उसके लिए शीघ्र स्टीमेंट प्रस्तुत करने के लिए भी
निर्देशित किया तथा शीघ्र कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए।
डीएम ने इसके बाद पलिया तहसील के देवीपुर, मजरा एवं
गजरौला रपटा का निरीक्षण किया जहां तहसीलदार पलिया ने बताया कि सुहेली नदी की बाढ़
से अभी तक कुल 07 ग्राम प्रभावित हुए हैं तथा 10 ग्राम प्रभावित होने की सम्भावना
है।
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