लखीमपुर-खीरी।
जिले के थाना भीरा इलाके के गाँव राम नगर मे गाँव के दबंगो द्वारा दलित युवक की
पिटाई करने से उसकी मृत्यू हो गयी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शव को कब्जे मे लेकर
जिला मुख्यालय भेजा है।
वहीं
परिजनो ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि अगर पुलिस कार्यवाही करती तो युवक की जान बच
सकती थी। जानकारी के मुताबिक थाना भीरा की पुलिस चैकी बिजुआ के अंतर्गत गाँव राम
नगर मे शारदा पुत्र बालकराम रैदास की करीब 10 बीघा जमीन कई वर्ष पूर्व शारदा नदी
मे कट गयी थी जिसके बाद से वह मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहा था।
मृतक की
पत्नी सुरसुता के अनुसार शारदा नदी इस वर्ष कुछ हिस्सा छोड गयी हैं जिसमे गाँव के
कई लोगो ने कब्जा कर लिया है।ं उसी मे मेरे पति ने भी करीब दो बीघा जमीन पर कब्जा
कर पिछली 4 जुलाई को उसमे धान की रोपाई हेतु जुताई की थीे।
उसी शाम
पास मे रहने वाले सिक्ख किसान महेन्द्र सिंह के लडके बिटटू, निक्कू, कोना, उसके घर
पर आये और धान की चोरी लगाते हुए घर से पकड कर पिटाई कर दी जिसकी लिखित तहरीर
पुलिस चैकी बिजुआ मे दी थी लेकिन विरोधियो पर कार्यवाही के बजाय सुलह समझौता का
दबाव बनाकर पुलिस ने कुछ रूपया दिलवाकर तथा इलाज कराने को कहकर सुलह समझौता करा
दिया था।
मगर जब
विपक्षी लोगो द्वारा इलाज नही कराया गया तब उसकी हालात ज्यादा बिगड गयी तो पुलिस
ने आनन फानन मे 12 जुलाई को एनसीआर दर्जकर समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिजुआ मे
डाक्टरी हेतु लेकर पहुँची जहाँ पर चिकित्सक ने उसे जिला मुख्यालय ले जाने को कहा।
आरोप है
कि पुलिस ने सुबह मुख्यालय को लेकर चलने की बात कहकर होमगार्ड को उसके घर भेज दिया
लेकिन रात मे ही उसकी मृत्यू हो गयी। पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम
हेतु भेजा है।
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