लखीमपुर-खीरी। जिले की तहसील निघासन मे पिछले करीब एक माह से चल रही बाढ़
राहत चेक घोटाले की जांच मे जांच अधिकारी एसडीएम पीके सिंह अभी तक लेखपालों पर
शिकंजा नहीं कस पाए है। आरोप है कि एसडीएम आरोपी लेखपालों को बचाने में लगे है।
लालपुर ग्राम पंचायत के दर्जनों लाभार्थियों ने कार्रवाही न होने से डीएम
से शिकायत करने का मन बनाया है। बताते हैं कि दर्जनों लाभार्थियों की चेक बनीं
लेकिन उन तक पहुंच नहीं सकी है। उधर बैंक में फर्जी नंबर ड़ालकर खाता खोलने वाले
बैंक मैनेजर के खिलाफ भी कोई भी कार्रवाही नहीं हो सकी है।
बाढ़ राहत चेक घोटाला आइने की तरह साफ होने के बाद भी जांच अधिकारी एसडीएम
पीके सिंह ने कोई भी कार्रवाही नहीं की है। लालपुर ग्राम पंचायत में बाढ़ से बर्बाद
हुई फसलों में करीब 1700 किसानों के बियरर और एकाउंट पेई चेक बनाए गए लेकिन करीब
एक दर्जन से अधिक किसानों को बियरर चेक और करीब एक दर्जन ऐसे किसान है जिनका
एकांउट पेई चेकों का भुगतान करा लिया गया है।
आरोप है कि एसडीएम पीके सिंह ने लेखपालों को बचाते हुए जालसाजों के खिलाफ
रिपोर्ट तो दर्ज करा दी लेकिन इस मामले में कोई भी जांच करना मुनासिब नहीं समझा।
बियरर और एकाउंट पेई चेक दलालों के पास कैसे पहुंचे इस बात का जवाब एसडीएम के पास
भी नहीं है।
उधर फर्जी आइडी बनाने तथा बैंक में फर्जी तरीके से खाता खोलने वाले मैनेजर
के खिलाफ भी अभी तक कोई कार्रवाही नहीं की जा सकी है।
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