लखीमपुर-खीरी। एक ओर जहां उत्तर प्रदेश शासन ने सारस को राज्य पक्षी का
दर्जा दिया है वहीं दूसरी ओर जनपद खीरी मे इन पक्षियों के साथ खीरी के वन विभाग
द्वारा कैसा बर्ताव किया जा रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण जिले के दुधवा नेशनल
पार्क के मैलानी वन रेंज मे सोमवार को उस समय देखने को मिला जब एक दर्जन से अधिक
सारस पक्षियों की अज्ञात कारणों से मौत हो गई।
उधर वन विभाग इस घटना से इंकार करके अपना पल्ला झाड़ने मे लगा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मैलानी की दक्षिणी वन रेंज के अंतर्गत ग्राम नारायनपुर
मे एक खेत मे लगभग एक दर्जन से अधिक सारस पक्षियों के शव बरामद हुए है। यह शव करीब
पन्द्रह दिन पुराने बताये जा रहे है।
हांलाकि वन विभाग अभी तक इस तरह की घटना की कोई अधिकारिक पुष्टि न करते
हुए मामले से अपना पल्ला झाड़ रहा है। ग्रामीणों की माने तो ऐसे कयास लगाये जा रहे
हैं कि मैलानी वन रेंज मे स्थित तालाब मे किसी के द्वारा जहर मिलाकर उसके पानी को
जहरीला कर दिये जाने के कारण वही पानी पीने से सारसों की मौत हुयी है।
इन मृत सारसों का वन विभाग ने पोस्टमार्टम तक न कराते हुए उन्हे बोरो मे
भरकर इधर उधर फिकवा दिया है। फोन पर जानकारी लेने पर वन विभाग के अधिकारी मामले की
जांच करवाने की बात कह रहे है।
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