लखीमपुर-खीरी।
न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट में विवेचक ने वादी के बगैर बयान लिए फाइनल
रिपोर्ट लगा दी। वादी ने इसकी शिकायत एसपी से की है।
जनपद के
थाना निघासन के गांव चैधरी पुरवा निवासी दामोदर प्रसाद वर्मा ने बताया कि उनके
छोटे भाई सन्तोष वर्मा ने अपने पिता श्रीराम वर्मा को बहला फुसलाकर सारी चल अचल
सम्पत्ति अपनी पत्नी सुशीला के नाम करवा ली थी जबकि वादी दामोदर के अनुसार उसने
पहले ही छोटे भाई को दुकान, गाड़ी नगदी समेत अपनी कमाई की अन्य सम्पत्ति दे दिया
था।
श्रीराम
का ब्रेन हेमरेज होने के बाद संतोष ने पिता के नाम सारी चल अचल संपति अपने नाम
करवा लिया था। इस बात का विरोध करने पर संतोष ने दामोदर को जान से मारने की धमकी
भी दी थी। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने संतोष और उसकी पत्नी सुशीला के खिलाफ
धोखाधड़ी करने समेत करीब आधा दर्जन मामलों में रिपोर्ट दर्ज करते हुए विवेचना थाने
के दरोगा दिवकार को सौंपी थी।
आरोप है
कि उसने आरोपियों से सांठ गांठ करके बिना वादी का बयान लिए फाइनल रिपोर्ट लगा दी।
दामोदर ने दरोगा पर आरोप लगाते हुए मामले की जांच दुबारा कराए जाने की मांग एसपी
से की है। उधर दरोगा ने आरोपों को गलत बताया है।
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