लखीमपुर-खीरी। भारत नेपाल सीमा पर बह रही मुहाना नदी में पानी कम होने के
कारण घाटों से खाद और बीज की तस्करी शुरू हो गई है। सबसे अधिक तस्करी चोर घाट से
हो रही है। यहां पर दिन में साइकिल से और अंधेरा होते ही गाडियों से बीज तथा खाद
जाते हुए देखे जा सकते है।
नेपाल की मुहाना नदी पर मरिया, खखरौला, गुलरिहा समेत करीब सात घाटों के
अलावा नेपाल के कौआखेड़ा, चोर, डाक्टर घाटों से खाद तथा बीज की तस्करी की जा रही
है। मरिया घाट का ठेका 31 अक्टूबर को समाप्त हो गया था। वन विभाग ने इस बार
मूल्यांकन के आधार पर एक माह तक घाट के संचालन की जिम्मेदारी ली है। उसके बाद घाट
की बोली लगाई जाएगी। गेहूं की बुवाई का सीजन शुरू हो गया है।
देश से नेपाल को यूरिया तथा डीएपी, एनपीके आदि खादों की तस्करी शुरू हो गई
है। बाइक तथा साइकिलों पर दिन में दो से चार बोरियां लादकर खाद नेपाल को भेजी जा
रही है। एसएसबी चैकी के सामने से बीज तथा खाद की तस्करी किसी भी समय देखी जा सकती
है। सूर्य डूबने के बाद इस घाट पर ट्रैक्टर, ट्राली तथा पिकअप से खाद नेपाल को
भेजी जा रही है। इस तस्करी को बंद करने के लिए कस्टम, पुलिस, एसएसबी समेत बार्डर
लगाई गई 16 एजेंसिया मूक दर्शक बनी बैठी है।
इस सम्बन्ध मे जानकारी करने पर बेलरायां रेंजर एमएन सिंह ने कहा कि साइकिल व बाइक से लोग खाद को लेकर जाते है। रात
में यदि तस्करी हो रही है तो मामले की जांच कर कार्रवाही की जाएगी। वहीं तृतीय
वाहिनी के सेनानायक कमल भगत का कहना है कि तस्करी की सूचना फिर मिलने लगी है।
तस्करी को रोंकने के लिए टीम गठित की जाएगी।
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