पत्रकार की पिटाई के खिलाफ श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने उठाई आवाज




लखीमपुर-खीरी। एक दैनिक समाचार पत्र के जिला संवाद्दाता अवधनाथ गुप्ता को चैंकी इंचार्ज संकटा देवी द्वारा कोतवाली परिसर मंे मारने-पीटने के मामले में उप्र. श्रम जीवी पत्रकार यूनियन ने कार्यवाही की मांग की। यूनियन का एक प्रतिनिधि मण्डल ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। बताते चले कि अवधनाथ गुप्ता एक दैनिक समाचार पत्र के जिला संवाद्दाता है और लखीमपुर शहर में किराए के मकान में रहते हैं।

 श्री गुप्ता और मकान मालिक का मकान खाली कराने को लेकर कुछ विवाद हो गया। जिसके बाद मकान मालिक ने चैकी इंचार्ज संकटा देवी से सांठ-गांठ कर मकान खाली कराने की योजना बनाई और बीती 31 अगस्त की सुबह करीब दस बजे अवधनाथ गुप्ता के रूम पर करीब आधा दर्जन लोगों के साथ धावा बोल दिया और घर का सारा सामान निकाल कर सड़क पर फेंकने लगे। इसका विरोध करने पर अवधनाथ गुप्ता की पत्नी से मारपीट कर उनका जेवर आदि भी छीन लिया। इस मामले की सूचना पीड़ित पत्रकार ने शहर कोतवाल को दी।

इसी बीच दो सिपाही आए और अवधनाथ को कोतवाली पकड़ लाए। जहां पर चैकी इंचार्ज संकटा देवी शैलेष सिंह, सिपाही जेडी सिंह, मुंशी सुशील त्रिपाठी ने मिलकर उनकी निर्मम पिटाई की और जबरिया मकान खाली कराने की सुलह नामे पर हस्ताक्षर करा लिया। सिपाही ने श्री गुप्ता के घर जाकर उनके बच्चों को धमकाते हुए मकान खाली करने को कहा। इसी बीच इस प्रकरण की भनक पत्रकारों को लगी जिसके बाद पत्रकार कोतवाली पहुंचे। पत्रकारों के दबाव को देखते हुए अवधनाथ गुप्ता को पुलिस हिरासत से मुक्त कर दिया गया।

 चैकी इंचार्ज के चंगुल से छुटने के बाद डरे सहमे पत्रकार ने अपनी आप बीती उप्र श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष कुलदीप पाहवा को बताई। जिसके बाद बुलाई गई आपात बैठक में यह तय किया गया कि आरोपी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया जाये और उनकों निलम्बित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये। इसके बाद यूनियन के सदस्यों का एक दल सीओ सिटी से मिला और कार्यवाही की मांग की। जिस पर सीओ सिटी ने दोनों पक्षों के बयान लेकर उचित कार्यवाही का भरोसा दिलाया।

इसके उपरांत पत्रकारों का दल पुलिस अधीक्षक खीरी अरविंद सेन से मिला और मांग की कि आरोपी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध उचित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की जाये। तत्काल प्रभाव से सभी आरोपियों को निलम्बित कर बर्खास्तगी की कार्यवाही की जाये। साथ ही यह चेतावनी भी दी कि एक सप्ताह के भीतर यदि उचित कार्यवाही नहीं की जाती है, तो उप्र. श्रमजीवी पत्रकार यूनियन आंदोलनात्मक रूख अपनायेगी। 

प्रतिनिधि मण्डल में अध्यक्ष कुलदीप पाहवा, महामंत्री सुबोध शुक्ला, मंत्री शक्तिधर त्रिपाठी सहित ओमनारायन शुक्ला, शकील अयूबी, अयंकर सिंह, कैलाश प्रकाश आदि सदस्य शामिल थे।

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