मौत के साये मे जीने को मजबूर है सिंगाही के लोग




लखीमपुर-खीरी। बिजली विभाग की लापरवाही के चलते शहर व नगरों में लोग मौत के साये में जीने को मजबूर हैं। उनके ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन कब काल बनकर टूट पड़े कहा नहीं जा सकता।

जिले के सिंगाही कस्बे मे एचटी लाइन हटवाने को लोगों ने कई बार अफसरों को पत्र भेजे, लेकिन लाइन नहीं हटाई गई। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से अक्सर दुघर्टनाएं होती हैं, लेकिन इनके आसपास सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जाते। कस्बे के राम पुरवा में ३३ हजार केवीए की लाइन मकानों के ऊपर गुजर रही है। लाइन के नीचे रह रहे लोगों ने इसकी कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। छत पर झूलते हाईटेंशन तारों के कारण भवन स्वामी दूसरी मंजिल भी नहीं बना पा रहे।

बालक राम पुरवा के अलावा शहर के मोहल्ला में भी हाईटेंशन लाइन आबादी के बीच से होकर गुजर रही है। हालांकि यह हाईटेंशन लाइन तब खींची गई थी जब इस क्षेत्र में आबादी नहीं थी धीरे-धीरे यहां लोगों ने घर बना लिए, घनी आबादी हो गई। हालात यह है कि हाईटेंशन बिजली लाइन के नीचे तमाम घर बन चुके हैं। लोग अपने मकान की छत पर जाने से डरते हैं कि पता नहीं कब उनको बिजली अपनी तरफ खींच ले। इस हाईटेंशन लाइन के टूटने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

 इस बाबत जानकारी करने पर जेई (बिजली) अजय कुशवाहा ने बताया हाईटेंशन लाइन तब खींची गई थी जब आबादी नहीं थी। लोगों ने बगैर स्वीकृत के हाईटेंशन लाइन के नीचे घर बना लिए। अब लाइन किसी योजना या फिर हटवाने का स्टीमेट लोगों द्वारा जमा करने पर ही हटाई जा सकती है। आबादी क्षेत्र से गुजरने वाली लाइन के नीचे सुरक्षा के लिए अतिरिक्त तार लगाए जाते हैं। यदि कहीं कोई दिक्कत है तो वह उसकी जांच कराकर ठीक कराएंगे। 

लखीमपुर-खीरी के सिंगाही से मसरुर खान की रिपोर्ट

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