लखीमपुर-खीरी।
जिले की निघासन विधानसभा मे होने वाले उपचुनाव का गांव बिनौरा में बहिष्कार कर
दिया गया जिससे प्रशासन के हांथ पांव फूल गए।
एसडीएम
धौरहरा, गांव वालों को मनाने तथा वोट ड़ालने का दबाव बनाने के लिए गांव पहुंचे। देर
शाम तक वार्ता चलने के बाद भी ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार जारी रखा है। गांव
बिनौरा के ग्रामीणों ने बाढ़, बंधा मार्ग के निर्माण, बाढ़ में डूबी फसलों का मुआवजा
दिलाने व इस गांव को निघासन तहसील से जोडऩे संबंधी मांगों को लेकर उपचुनाव का
बहिष्कार किया था। ग्रामीणों ने तख्ती आदि पर लिखकर साप्ताहिक बाजार में प्रर्दशन
भी किया था। मामला सुर्खियों में आने के बाद धौरहरा एसडीएम नागेंद्र कुमार सिंह
गांव पहुंचे।
वहां पर
ग्रामीणों की एक बैठक कर मतदान के अधिकार की बात कहते हुए ग्रामीणों को मनाने का
प्रयास किया। उन्होने ग्रामीणों से कहा कि चुनाव में सभी लोग मतदान करें। चुनाव के
बाद सभी सारी मांगे पूरी होंगी। इस पर प्रधान जोहराब अली पूर्व प्रधान मोहम्मद
अहमद, आशिक अली, उमाशंकर निगम आदि ने कहा कि करीब चार साल से गांव के वाशिदें बाढ़
का दंश झेल रहे है। पिछले साल नष्ट हुई फसलों का मुआवजा नहीं दिया गया है।
बंधा
मार्ग करीब सात सालों से खराब पड़ा है, जिसके चलते बसों का आवागमन बंद हो गया है।
सभी लोगों ने लोकसभा व विधान सभा के चुनाव में मतदान किया, लेकिन अभी तक समस्या का
समाधान नहीं हो पाया है। एसडीएम ने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया,
लेकिन ग्रामीण नहीं माने आखिरकार एसडीएम को वहां से लौटना पड़ा।
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