लखीमपुर-खीरी। जिले की निघासन विधान सभा उपचुनाव में टिकट को लेकर सपा व भाजपा में भीतर घात चल रही थी। हलांकि सपा ने ऐन चुनाव के समय में भीतर घात रोंक लिया लेकिन भाजपा इस भीतर घात को रोंकने में नाकाम रही जिसका परिणाम यह हुआ कि भाजपा के गढ़ में ही सपा ने सेंधमारी कर दी जिसके चलते भाजपा की दुर्गति हो गई है।
लोकसभा का चुनाव हो या विधान सभा का चुनाव प्रत्येक चुनाव में भाजपा को निघासन से हमेशा विजय श्री प्राप्त हुई है। उपचुनाव में भाजपा की हार ने यहां पर भीतर घात को बढ़ावा दे दिया है। निघासन विधान सभा में सपा की रार जगजाहिर थी। यहां पर उपचुनाव में टिकट को लेकर भीतर घात हो रही थी लेकिन चुनाव प्रभारी व खादी ग्रामोउद्योग मंत्री हाजी रियाज व खेलकूद मंत्री रामकरन आर्या आनंद भदौरिया व अनुराग पटेल ने इस रार को समाप्त करने की कोशिश की। उनकी यह कोशिश रंग लाई और सपा ने जीत का सेहरा बांध लिया।
उधर भाजपा में पार्टी के एक बड़े नेता का विरोध पार्टी को झेलना पड़ा। बताते है कि कुछ लोग घूमते रामकुमार वर्मा के साथ थे और पीछे से मौका मिलते ही विरोध करते हुए सपा के पक्ष में मतदान करने की अपील करते थे।
इसी पार्टी के एक नेता ने ऐलान भी किया था कि किसी भी हाल में भाजपा नहीं जीतेगी। सांसद अजय मिश्र टेनी के गांव में ही भाजपा को भारी शिकस्त मिलने से लोग सकते में है। हलांकि जब पलिया व निघासन विधान सभा एक ही में थी। उस समय से लेकर अब तक हमेशा निघासन से भाजपा ही जीतती आई है। उसे हार का समान पलिया क्षेत्र से करना पड़ता था। पलिया विधान सभा अलग होने के बाद भाजपा से अजय मिश्र टेनी विधायक बने थे।
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