लखीमपुर-खीरी।
ब्रिटिश शासन काल में निर्मित शारदा रेलवे ब्रिज का स्वरूप बदल दिया गया है। अर्से
से जर्जर हालत में नजर आने वाले पुल पर काफी समय बाद कोई निर्माण कार्य किया जा रहा
है, इससे आने वाले दिनों में रेल यात्रियों को सहूलियत मिलेगी।
उन्हें शारदा
पुल के हिचकोलों से काफी हद तक निजात मिलने की भी उम्मीद है। बताते चलें कि एक लम्बे
समय तक शारदा ब्रिज पर ट्रेनों के साथ-साथ सड़क यातायात भी संचालित किया जाता रहा। ऐसे
में पुल पर सड़क के ऊपर ही ट्रैक बिछाकर काम चलाया गया। बढ़े यातायात के दबाव और समय
की मार से पुल जर्जर हालत में पहुंच गया।
रेलवे ने खुद
को सिर्फ पुल की मरम्मत तक सीमित रखा। सड़क पूरी तरह से टूट चुकी थी, जिसके ऊपर जैसे-तैसे
आवागमन हो रहा था। इधर सड़क यातायात के लिए दूसरा पुल बन गया तो रेलवे को नए सिरे से
पुल पर काम शुरू करने का मौका मिल गया।
इस सिलसिले
में अब प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पुल को मजबूती प्रदान करने के बाद उसके ऊपर नए गाटर
बिछाने का काम लगभग पूरा होने को है। इससे न सिर्फ ट्रेनों को आसानी से गुजारा जा सकेगा,
बल्कि उसकी रफ्तार भी कम करने की जरूरत नहीं होगी। इसका सीधा लाभ यात्रियों को मिलेगा।
Post a Comment