जमीन व पैसे की खातिर पोते ने ली बाबा की जान





लखीमपुर-खीरी। जिले के सिंगाही थाना क्षेत्र के गांव चितिहा में रिश्ते उस समय शर्मसार हो गये जब जमीन व पैसों की खातिर एक पोते ने अपने बाबा को लाठियों से इस कदर पीटा कि उसकी मौत हो गई।

पोते ने खून के रिश्ते को कलंकित करते हुए बाबा के मुंह में लाठी डालकर उसका जबडा ही तोड़ दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा है। उधर मृतक के छोटे बेटे की तहरीर पर पुलिस ने पोते के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। मिली जानकारी के अनुसार सिंगाही थाना क्षेत्र के गांव चितिहा निवासी टेकन (68) के दो बेटे रामासरे व राकेश है। करीब पंद्रह साल पहले राकेश व रामासरे में आए दिन विवाद होने के कारण दोनों अलग हो गए।

 पिता टेकन व उसकी पत्नी कंचन भी अपने छोटे बेटा राकेश के साथ रहने लगे। टेकन ने छह एकड़ जमीन को तीन टुकड़ों में करते हुए दो दो एकड़ राकेश व रामासरे के नाम कर दी और दो एकड़ अपने गुजारे के लिए रख ली। राकेश अपने माता पिता की सेवा करता और उस जमीन की देखभाल करता। अधिक परिश्रम करने के कारण राकेश की माली हालत रामासरे से अच्छी हो गई। यह बात रामासरे व उसके बेटे संदीप, रंजीत, संतोष को अच्छी नहीं लगी।

संदीप अपने बाबा टेकन से करीब दस हजार रूपये व एक एकड़ जमीन की मांग कई सालों से कर रहा था। राकेश की गैर मौजूदगी में २७ जून को संदीप ने एक बार फिर दस हजार रूपया व एक एकड़ जमीन की मांग करने लगा। मना करने से नाराज संदीप घर से लाठी उठा लाया और टेकन की पिटाई करने लगा।

जब टेकन ने पिटाई के दौरान भी जमीन न देने की बात कही तो उसने टेकन के मुंह में लाठी ड़ालकर उसका जबड़ा तोड़ दिया। घायल अवस्था में टेकन को जिला मुख्यालय भर्ती कराया गया जहां कई दिनों तक इलाज के बाद सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई।

मेरे पति का अपने ही खून ने कर दिया कत्ल
मृतक टेकन की पत्नी कंचन का रोरोकर बुरा हाल था। वह कहती थी कि जिसको अपनी गोद में खिलाया और अपने बेटे से ज्यादा पोते को प्यार किया उसी ने मेरे पति की हत्या कर दी।

बेटे ने मारा तो इसमें मेरा क्या कसूर
रामासरे कहते है कि जब मेरे बड़े बेटे संदीप ने मेरे पिता को मारा था। उस समय मैं घर पर नहीं था। उसने उनको पीटा था तो इसमें मेरी क्या गलती है जो लोग मुझे ताना दे रहे है।

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