लखीमपुर-खीरी। जिले की निघासन पुलिस के कारनामे इन दिनों काफी सुर्खियों
में है। ढखेरवा चैकी प्रभारी ने असलहों से भरा जखीरा समेत छह लोगों को पकड़ा। उसके
बाद पांच को छोंड़कर एक को आम्र्स एक्ट के तहतं जेल भेज दिया।
आखिरकार वह जखीरा कहां गया किसी को पता नहीं है। उधर बम्हनपुर में फर्जी
दरोगा बनकर एक वाहन चेकिंग कर अवैध वसूली कर रहा था। पुलिस ने उसे मय पिस्टन समेत
उसे दबोच लिया। करीब दो घंटे की पूंछतांछ के बाद उसे भी छोंड़ दिया। उसके पास मिली
पिस्टन का लाइसेंसी होने की बात कह लौटा दी गई। पुलिस की इस तरह की कार्य प्रणाली
चर्चा का विषय बनी हुई है। बता दें कि शनिवार देर शाम गोरखपुर जिले से नौ लोग
रायपुर में नागमणी खरीदने आए थे।
बतातें है कि उनको शंका थी कि
कहीं नागमणी के नाम पर ठगी का शिकार न बना लिया जाये इसलिए वह असलहा व हंथगोला आदि
लेकर आए थे। ढखेरवा पुलिस चैकी इंचार्ज इंद्रबहादुर ने ढखेरवा पुल पर खड़े आधा
दर्जन लोगों को दबोच लिया और तीन लोग भागने में सफल रहे। प्रत्यक्षदर्शियों व
पुलिस सूत्रों के अनुसार पकड़े गए आरोपियों के पास से भारी मात्रा में असलहों का
जखीरा बरामद हुआ। पकड़ा गया यह जखीरा निघासन थाने आने से पहले कहां गया किसी को पता
नहीं है।
पुलिस ने गोरखपुर जिले के महेंद्र
के पास एक तमंचा दिखाकर जेल भेजते हुए पांचों को दो दिन हिरासत में रखने के बाद
छोंड़ दिया। साथ ही पुलिस को देखकर भागे हुए तीन आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने
रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है। सोमवार की शाम
बम्हनपुर के आगे एक दरोगा पिस्टन लगाकर सिंगाही के एक साथी के साथ वाहन चेकिंग के
नाम पर धन उगाही कर रहा था। किसी ने प्रभारी निरीक्षक को सूचना दी। प्रभारी
निरीक्षक उस कथित दरोगा को थाने ले आए। उसकाएक साथी भागने में सफल रहा। दो घंटे
हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उसे छोंड़ दिया।
इस सम्बन्ध मे जानकारी करने पर प्रभारी निरीक्षक विजय प्रताप ने कहा कि
नागमणी खरीदने आए लोगों के पास मात्र एक ही तमंचा बरामद हुआ था। इसलिए अन्य
साथियों को छोंड़कर एक को ही जेल भेजा गया है। बम्हनपुर के पास पकड़ा गए व्यक्ति के
पास पिस्टन का लाइसेंस था इसलिए उसे छोंड़ा गया है।
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