बाढ़ मुआवजे राशि की चेक मे त्रुटियो पर ग्रामीणो ने किया प्रदर्शन





लखीमपुर-खीरी। जिले के पलियाकलां क्षेत्र मे बाढ़ पीड़ितों को वितरित होने के लिये आयी मुआवजा राशि के चेकों में अब त्रुटियों का गंभीर मामला सामने आया है। अब तक तो लेखपालों पर यही आरोप लग रहे थे कि वे पात्रों से चेक देने के नाम पर सुविधा शुल्क वसूल रहे हैं, लेकिन अब इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की बू आने लगी है। इस तरह की शिकायत सामने आने पर तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया है।

 सोमवार को यहां पहुंचे दर्जनों बाढ़ पीड़ित किसानों ने प्रभारी तहसीलदार से चेक मे सुधार की मांग की है। ज्ञात हो कि बीते वर्ष जून माह में बाढ़ ने दर्जनों ग्रामों में तबाही की इबारत लिख दी थी। जमीनें बाढ़ में कटी, उससे ज्यादा बड़ी परेशानी इस बात की थी कि फसलें भी तबाह हो गईं। इन्हीं फसलों के ऊपर किसानों का आने वाला भविष्य निर्भर करता था। खैर बाढ़ खत्म हुई तो सर्वे का काम शुरू करवाया गया। तहसील प्रशासन ने रिपोर्ट शासन को भेजी। जिसके बाद आंशिक मुआवजा तहसील प्रशासन को भेजा गया था।

निर्देश दिए गए कि पहले ऐसे किसानों को मुआवजा दिया जाए जिनका नुकसान ज्यादा हुआ हो या फिर उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो। लेकिन लेखपालों ने इसमें पहले दिन से ही खेल शुरू कर दिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि अभी भी तमाम ऐसे गांव हैं जहां के बाढ़ पीड़ित किसान मुआवजे से वंचित हैं। पहले शिकायत आईं कि लेखपालों द्वारा चेक देने के नाम पर 100 से 150 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। अभी इस मामले की जांच ठीक से शुरू भी नहीं हो पाई थी कि अब एक नया शिगूफा छिड़ गया। सोमवार को तहसील पहुंचे ग्राम भवानीपुर के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि चेकों में बड़े पैमाने पर त्रुटियां हैं।

 मसलन रामप्रकाश के नाम के चेक पर कोई दूसरा नाम लिखा हुआ है। ऐसे में रामप्रकाश पात्र होते हुए भी चेक का हकदार नहीं, क्योंकि वह दूसरे नाम से सम्बंधित कोई भी कागजात नहीं दिखा सकता। भवानीपुर के ग्रामीणों ने तहसील में प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि जानबूझ कर लेखपालों द्वारा इस तरह की हरकत की जा रही है, इसके पीछे कहीं न कहीं अवैध रूप से पैसा कमाने की मंशा हैं। ग्रामीणों ने प्रभारी तहसीलदार राजू कुमार से इस बाबत शिकायत की है।

जिसमें इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करते हुए आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रत्येक पात्र को बिना मुश्किल खड़ी किए चेक वितरित करने की मांग की गई है। इस दौरान छत्रपाल, बालगोविंद, प्रह्लाद, रामविलास, वेदीराम, लल्ला, रामनरेश, रामनारायण, ईश्वरचंद्र, मोहनलाल आदि किसान मौजूद रहे।

इस सम्बंध में नायब व प्रभारी तहसीलदार राजू कुमार का कहना है कि चेकों में त्रुटियों का मामला सामने आया है। यह कोई बड़ी बात नही है, गलतियां किसी से भी हो सकती हैं। बहुत जल्द त्रुटियों को सही करवाते हुए, सभी बाढ़ पीड़ितों को चेक वितरित कर दिये जाएगें।


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