लखीमपुर-खीरी। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं देने के
लिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही है। वहीं दूसरी तरफ जनपद के ब्लाक रमियाबेहड़ स्थित
सीएचसी में दवाओं को रोज आग के हवाले किया जाता है। मरीजों का आरोप है कि अधिकांश
दवाओं का पर्चा बाहर से बनाया जाता है। सीएचसी में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है।
रमियाबेहड़ में पीएचसी होने के
कारण यहां के लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। क्षेत्रीय
लोगों को अच्छी सेवाएं देने के कारण इसे सीएचसी बना दिया गया। उसके बाद यहां पर
सरकारी सुविधाएं तो बढ़ी लेकिन वह मरीजों तक नहीं पहुंच रही है। सीएचसी में पहुंचे
मरीज फारूख, अजीज, मेहताब, सादाब, सरतुल्ला आदि ने आरोप लगाया कि वार्डब्वाय मौजी
लाल द्वारा कुत्तेकाटे के इंजेक्शन लगाने के नाम पर सौ रूपये से 150 रूपये तक की
वसूली की जाती है।
सीएचसी में दवाओं का स्टाक लगा हुआ है। इसके बाद भी मरीजों को दवा आदि
नहीं दी जाती है। आलम यह है कि प्रत्येक सप्ताह दवा खराब होने पर उसे आग के हवाले
किया जाता है। इस सम्बन्ध मे वार्ड ब्वाय मौजीलाल का कहना है कि मैने किसी से कोई
भी पैसा नहीं लिया है। लोग जबरन दे देते है तो उसमें मैं क्या करूं।
वही सीएमओ एके सिंह ने कहा कि मौजी लाल की लगातार शिकाएत मिल रही है। यदि
दवाएं जलाई गई है तो जांच कर कार्रवाही की जायेगी।
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