लखीमपुर-खीरी। जनपद के भीरा-पलिया राजमार्ग पर स्थित
शारदा ब्रिज की टूटी रेलिंग दुर्घटना को दावत देती नजर आ रही है। ऐसा नहीं है कि
रेलिंग चंद रोज पहले ही टूटी हो। यह स्थिति महीनों से बनी हुई है।
इस खतरनाक
परिस्थिति के बीच यात्री बसें, मोटरसाइकिलें, मालवाहक वाहन गुजरते हैं। लेकिन न तो
सेतु निगम और न ही जनप्रतिनिधि इसको लेकर कोई ध्यान दे रहे है। कुछ सालों पहले तक
शारदा नदी पर एकमात्र रेलवे ब्रिज था। जोकि जर्जर हालत में था। उसी के जरिए न
सिर्फ रेल बल्कि सामान्य यातायात भी गुजारता था। भारी परेशानी के चलते लोगों ने
दूसरे पुल की पुरजोर मांग की थी।
जिसके बाद इस
पर ध्यान दिया गया और पुराने ब्रिज से कुछ ही दूरी पर सड़क यातायात के लिए एक पुल
बनाया गया। पुल बन जाने के बाद से आवागमन तो सुचारू हो गया है लेकिन विभाग द्वारा मरम्मत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया
जाता। इसका अंदाजा यहां महीनों से टूटी रेलिंग को देखकर लगाया जा सकता है।
इस रूट से
गुजरने वाले प्रदीप कुमार सिंह, शोभित कुमार, अयाज अली, मो. इमरान आदि ने बताया कि
उनका रोज भीरा की ओर आना-जाना लगा रहता है। अक्सर बाइक से आते हैं। लेकिन टूटी
रेलिंग से उन्हें हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है। कई बार विभागीय अधिकारियों
को भी अवगत कराया गया, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता।
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