बच्चो ने निकाली पर्यावरणीय प्राकृतिक यात्रा रैली





लखीमपुर-खीरी। दक्षिणी वनप्रभाग लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी रेन्ज के सहयोग से भूषण माण्टेसरी स्कूल उचैलिया के छात्र-छात्राओं ने प्राकृतिक सौन्दर्य के ज्ञानार्थ पर्यावरणीय प्राकृतिक यात्रा रैली के अंतर्गत नगरिया वेटलैन्ड, सेमरई वेटलैन्ड तथा गजमोचन मंदिर का भ्रमण किया।

मोहम्मदी रेन्ज के वन क्षेत्राधिकारी भगवान सिंह यादव के सहयोग से भूषण माण्टेसरी स्कूल उचैलिया के 85 छात्र-छात्राओं पर्यावरणीय प्राकृतिक यात्रा रैली के अंतर्गत विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया। गोला-मैलानी मार्ग पर संसारपुर से आगे भरगवां चैराहे से तीन किमी. उत्तर नगरिया वेटलैन्ड पहंुचे। यह 17.5 हे. में फैला हुआ है। चारों ओर से घने जंगल के बीच बनी प्राकृतिक झील ने सभी का मन मोह लिया। यहां पर बने वाच टाॅवर पर चढ़कर देखने पर बड़ा ही मनोरम दृश्य दिखायी देता है।

इसके बाद गोला-लखीमपुर मार्ग पर लगभग छह किमी. की दूरी पर भल्लिया बुजुर्ग  रेलवे स्टेशन के पास सेमरई झील का आनन्द लेने पहुंचे। यह झील 77.5 हे. में फैली हुयी है। विशाल झील देखकर सभी छात्र-छात्राये आश्चर्य चकित रह गये। बताते चलें कि इन दोनों झीलों में माह अक्टूबर से फरवरी तक प्रवासी सायबेरियन पक्षियों का बसेरा रहता है, उस समय का प्राकृतिक दृश्य देखते ही बनता है। नगरिया वेटलैन्ड मैलानी रेन्ज के अंतर्गत आती है। यहां के वन दरोगा बृजेश कुमार ने सभी छात्र-छात्राओं को इससे सम्बंधित जानकारी दी। सेमरई वेटलैन्ड मोहम्मदी रेन्ज के अंतर्गत आता है।

 यहां पर वन क्षेत्राधिकारी भगवान सिंह यादव, वन दरोगा एके त्रिपाठी तथा कुदरत अली एवं वनरक्षक सुखपाल सिंह ने सभी छात्र-छात्राओं को इस झील से सम्बंधित जानकारी दी। इसके पश्चात सिकन्दराबाद-लखीमपुर मार्ग पर लगभग पांच किमी की दूरी पर गजमोचन मंदिर के दर्शन करने गये। बताया जाता है कि द्वापर युग में एक मगरमच्छ द्वारा हाथी का पैर पकड़ लेने पर हाथी के आवाहन पर भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से मगरमच्छ का सर काटकर अपने भक्त की रक्षा की थी।

पूरे दिन सभी छात्र-छात्राओं ने भरपूर मनोरंजन के साथ प्राकृतिक तथा पर्यावरणीय ज्ञान प्राप्त किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक डाॅ. दिनेश कुमार शर्मा तथा समस्त विद्यालय परिवार ने दक्षिणी वनप्रभाग लखीमपुर खीरी के प्रभागीय वनाधिकारी नीरज कुमार, क्षेत्रीय वनाधिकारी भगवान सिंह यादव, वन दरोगा एके त्रिपाठी सहित सभी वन कर्मियों का आभार व्यक्त किया।

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