लखीमपुर-खीरी। जनपद की तहसील मितौली मे खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय परिसर
में बने स्वतन्त्रता सग्राम सेनानी स्मृति स्तम्भों पर उकेरे गए नामों को पुतवाने
के बाद आज तक दोबारा नाम नही लिखे गए। भारत की स्वतन्त्रता में अभूतपूर्व कार्य
करने के करने के लिए जहां देश का बच्चा बच्चा अमर शहीदों के सम्मान में सजदे करता
है।
वही विकास खण्ड कार्यालय का
सौन्दर्यीकरण करने के लिए वर्षो पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मृति स्तम्भों
को विभागीय अधिकारियों द्वारा उनके नामों पर सफेदी करवा दी गई थी। जिस पर आज तक
स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के नाम नही लिखवाए गए। मितौली को तहसील घोषित होने
के बाद इस परिसर में उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, समेंत राजस्व कर्मियों व क्षेत्रीय
लोगों का आना जाना लगा रहता है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मृति स्तम्भ ठीक खण्ड
विकास अधिकारी कार्यालय के सामने होने के बावजूद भी प्रशासन की अनदेखी का शिकार
बने हुए है।
एक ओर शासन व प्रशासन शहीदों एवं
आजादी के महानायकों के सम्मान करने की बात करते हुए नही थक रहा है। दूसरी ओर आजादी
की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले महान क्रान्ति कारियों को
श्रद्धान्जलि तो देना दूर उनके नाम पर लगाए गए शिलापट प्रशासन की अनदेखी के चलते
बदइन्तजामी का शिकार बने हुए है।
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