......तो क्या पुलिस के संरक्षण मे उठ रहीं बाइकें और साइकिल ?





लखीमपुर-खीरी। थाना कोतवाली सदर क्षेत्र के अंतर्गत एक साइकिल चोर को राहगीरो ने दबोचकर पुलिस के हवाले किया लेकिन दरोगा द्वारा कोई कार्यवाही न करते हुए चोर को छोड़ देना पुलिसिया कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना कोतवाली सदर क्षेत्र की पुलिस चैकी मिश्राना के अंतर्गत चैकी से चन्द कदमो की दूरी पर आने वाले इमली चैराहे पर एक साइकिल चोर को राहगीरों ने शाम के करीब साढ़े चार बजे उस समय धर दबोचा जब वह चैराहे से एक साइकिल चुरा कर भागने की कोशिश कर रहा था कि तभी  साइकिल स्वामी ने उसे दबोच लिया और शोर मचाने लगा। जिससे वहां पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गये और साइकिल चोर की धुनाई करने के बाद उसे मिश्राना पुलिस के हवाले कर दिया किन्तु मिश्राना पुलिस चैकी प्रभारी नर्वदेश्वर तिवारी उक्त चोर को बचाने की पूरी कोशिश में लग गये और उस पर कोई कार्यवाही न करते हुए रंगे हाथ पकड़े गये इस चोर को छोड दिया।

 श्री तिवारी हमेशा की भांति इस मामले में भी साइकिल मालिक पर दबाव बनाते देखे गये। श्री तिवारी ने साइकिल स्वामी से कहा कि भाई आप की साइकिल आपको मिल गयी है यह बेचार गरीब आदमी है इसे जाने दो। श्री तिवारी के उक्त वाक्यों से स्पष्ट हो रहा था कि दरोगा जी अपराधी तत्वों से अवैध उगाही करते हुये उनको संरक्षण प्रदान करने में जुटे हुये हैं। बताते चलें कि अभी चन्द दिनो पूर्व सदर कोतवाली क्षेत्र मे ही आटोलिफ्टरो ने तीन दिन मे छः बाइकें उड़ाकर जनपदीय पुलिस को खुली चुनौती दी थी जिसका पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर पाई।

 आज के ताजा मामले के बाबत जब मिश्राना चैकी इन्चार्ज नर्वदेश्वर तिवारी से फोन पर वार्ता कर चोर का नाम व पता जानना चाहा गया तो उन्होने चोर का नाम व पता बताने से इन्कार करते हुए कहा कि भाई साहब वह काफी गरीब लड़का है, साइकिल स्वामी को उसकी साइकिल मिल ही गयी है अब कार्यवाही क्या करना ?।

दरोंगा के उक्त वक्तव्य ने पुलिस विभाग को संदेह के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। क्या शहर से रोज गायब हो रहीं मोटरसाइकिलें और साइकिल चोरो से पुलिसिया सांठ गांठ का नतीजा हैै, आम जनमानस मे यह प्रश्न यक्ष प्रश्न बना हुआ है।

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